खबर रफ़्तार, हरिद्वार: पिछले 23 साल से पुलिस की आंखों में धूल झोंककर लगातार फरार चल रहे इनामी टप्पेबाजों को हरिद्वार शहर कोतवाली पुलिस ने गोंडा उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. खास बात यह है कि पिछले दो दशक में हरिद्वार जिले में 21 पुलिस कप्तान तैनात रहे, लेकिन अब जाकर ये भगोड़े और इनामी आरोपी कानून के हाथ लगे हैं.
जबकि पिछले 1 साल में पुलिस दो दशक से भी ज्यादा लंबे समय से फरार चल रहे 10 से ज्यादा इनामी अपराधियों को पकड़कर जेल की सलाखों के पीछे भेज चुकी है. एक बार फिर दो दशक से भी ज्यादा पुराने इनामी आरोपियों को पकड़ने पर पुलिस कप्तान प्रमेंद्र डोबाल ने शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा और उनकी टीम को शाबाशी दी है.
हरिद्वार के एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया 15 अगस्त 2002 को तत्कालीन शहर कोतवाल गिरीश चन्द शर्मा ने गंगा घाटों पर श्रद्धालुओं से उठाई गिरी और टप्पेबाजी करने वाले आत्माराम और अन्य 06 आरोपियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था.
इस मामले में दीनानाथ और आत्माराम निवासी गाना जिला गोंडा उत्तर प्रदेश लगातार पुलिस की गिरफ्त से फरार चल रहे थे. दोनों अपने भेष और जगह बदलकर पुलिस की आंखों में धूल झोंकते आ रहे थे. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रर्मेंद्र डोबाल के निर्देश पर पुलिस ने नए सिरे से मफरुर और भगोड़े अपराधियों की धर पकड़ के लिए अभियान चलाया.
शहर कोतवाल कुंदन सिंह राणा ने औद्योगिक क्षेत्र चौकी प्रभारी अंशुल अग्रवाल के नेतृत्व में एक टीम को गोंडा उत्तर प्रदेश भेजा. टीम ने काफी मशक्कत के बाद खोजबीन करते हुए दोनों इनामियों को गोंडा से गिरफ्तार कर लिया और हरिद्वार ले आए. पिछले 23 साल से आजाद घूम रहे दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम दीनानाथ, उम्र 50 वर्ष, निवासी, गोंडा उत्तर प्रदेश, आत्माराम निवासी ग्राम मतौरिया थाना मोतीगंज जिला गोंंडा उत्तर प्रदेश उम्र-56 वर्ष है.
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