ख़बर रफ़्तार, नोएडा: गौतमबुद्ध नगर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गोवा के लिए भी विमान सेवा शुरू होगी। इसके लिए गोवा के पर्यटन मंत्री रोहन खुंटे ने दो एयरलाइंस कंपनियों के साथ बातचीत की है। उनका कहना है कि दिल्ली एनसीआर का बड़ा तबका गोवा में घूमने के लिए आता है।
गोवा का नया रोडमैप पेश
1980 के विश्व पर्यटन के प्रसिद्ध मनीला घोषणा पत्र और जी-20 पर्यटन मंत्रियों के कार्य समूह की बैठक के मूल्यों और आकांक्षाओं के साथ खुद को जोड़ते हुए गोवा पर्यटन विभाग ने पर्यटन के लिए गोवा का नया रोडमैप पेश किया। गोवा में पर्यटन का यह बदला मॉडल भारत में पुनर्योजी पर्यटन के लिए नए मॉडल का कार्य करेगा।
रोहन खुंटे ने कहा कि एकादश तीर्थ के शुभारंभ के साथ, हम आध्यात्मिकता, स्वदेशीता, सांस्कृतिक और सभ्यतागत राष्ट्रवाद और जागरूक पर्यटन पर जोर देते हुए भारतीय पर्यटन को एक नया रूप दे रहे हैं। यात्रा और तीर्थ यात्रा के माध्यम से भारतीय लोगों ने पूरे सहस्राब्दी में अपने भौगोलिक ज्ञान का विस्तार किया है, खुद को क्षेत्रवाद और संकीर्णतावाद की बाधाओं से मुक्त किया है। हम पर्यावरण, संस्कृति और समुदायों में सकारात्मक बदलाव लाना चाहते हैं।
पर्यटन के मामले में इन शहरों से हैं चुनौतियां
इस मॉडल को पेश करने में हमारा लक्ष्य यात्रा और ऐसे पर्यटन क्षेत्र को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो पर्यावरण और मानव आबादी दोनों को लाभ पहुंचाते हैं। उन्होंने कहा कि पर्यटन के मामले में हमारी चुनौतियां थाईलैंड, इंडोनेशिया, कुआलालंपुर और बैंकाक जैसे आधुनिक शहरों से है।
गोवा ने कोरोना के बाद नए समाधानों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है। प्रौद्योगिकी अपनाने के साथ पर्यटन क्षेत्र विकसित करने के साथ स्थानीय लोग और समुदायों को स्वावलंबी बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है। गोवा सिर्फ समुद्र-तट केंद्रित पर्यटन मॉडल से अधिक कुछ और भी है।
गोवा के पर्यटन निदेशक सुनील अंचीपका ने बताया कि पर्यटन विभाग का उद्देश्य गोवा को सिर्फ समुंद्र तट के किनारे (बीच) का पर्यटन दिखाना नहीं, बल्कि गोवा में समुंद्र तट के अलावा एकादश तीर्थ के रूप में पहचान देना है। एकादश तीर्थ को सबके सामने लाए जाने का प्रयास स्थानीय लोग और स्थानीय समुदायों को आर्थिक रूप से मजबूत करना है।