ग्रेटर नोएडा: लिफ्ट में फंसने से बुजुर्ग महिला की तबीयत बिगड़ी, सोसाइटी में हड़कंप

खबर रफ़्तार, ग्रेटर नोएडा: एक बुजुर्ग महिला गोदावरी टावर में बेसमेंट से ऊपर जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुई। थोड़ा ऊपर जाते ही लिफ्ट झटका देते हुए दूसरे और तीसरे फ्लोर के बीच में रुक गई। महिला ने लिफ्ट के दरवाजा खुलने का इंतजार किया, लेकिन जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने सुरक्षा अलार्म और लिफ्ट का गेट बजाना शुरू किया। 20 मिनट तक कोई मदद को नहीं आया।

ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पाई 2 स्थित आश्रय सोसाइटी में बुधवार सुबह एक बुजुर्ग महिला लिफ्ट में फंस गई। महिला करीब 20 मिनट तक मदद की गुहार लगाती रही, लेकिन किसी से कोई मदद नहीं मिली। लिफ्ट में फंसे होने के कारण उनकी तबीयत खराब हो गई। लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में काम कर रहे सुरक्षाकर्मी और कर्मचारियों को लिफ्ट का दरवाजा भी नहीं खोलना आता है। वहीं, लिफ्ट के रखरखाव में भी प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है।

सोसाइटी में रहने वाले अमित भाटी ने बताया कि बुधवार सुबह एक बुजुर्ग महिला गोदावरी टावर में बेसमेंट से ऊपर जाने के लिए लिफ्ट में सवार हुई। थोड़ा ऊपर जाते ही लिफ्ट झटका देते हुए दूसरे और तीसरे फ्लोर के बीच में रुक गई। महिला ने लिफ्ट के दरवाजा खुलने का इंतजार किया, लेकिन जब दरवाजा नहीं खुला तो उन्होंने सुरक्षा अलार्म और लिफ्ट का गेट बजाना शुरू किया। 20 मिनट तक कोई मदद को नहीं आया। उसके बाद निवासियों को महिला के फंसे होने की सूचना मिली। जिसके बाद उन्होंने तुरंत मेंटेनेंस कर्मचारियों को इस बारे में सूचित किया। साथ ही, कर्मचारियों और निवासियों ने मिलकर बुजुर्ग महिला को लिफ्ट से सुरक्षित बाहर निकाला। बाहर निकलने के बाद महिला ने चैन की सांस ली।

घुटन के कारण तबीयत हो गई खराब
निवासियों ने बताया कि लिफ्ट में लगे सुरक्षा उपकरणों ने काम नहीं किया, जिसके कारण करीब 20 मिनट तक बुजुर्ग महिला लिफ्ट में फंसी रही। बुजुर्ग महिला को बीपी की शिकायत है। लिफ्ट में हवा न होने और घुटन के कारण कारण उनकी तबीयत भी खराब हो गई। उदयवीर नगर ने बताया कि सूचना मिलने पर मेंटेनेंस कर्मचारियों और सुरक्षाकर्मी लिफ्ट के पास पहुंचे। उन्होंने लिफ्ट की चाबी से दरवाजा खोलने का प्रयास किया, लेकिन चाबी के द्वारा लिफ्ट का गेट नहीं खुला। इसके बाद लोगों ने नाराजगी जताई। वही मेंटेनेंस टीम का कहना है कि उनके द्वारा लिफ्ट का रखरखाव ठीक से किया जा रहा है। साथ ही, कुछ दिनों पहले ही लिफ्ट की नई चाबियां मंगाई गई हैं, जो कि सही से कार्य कर रही हैं।

लोहे की रोड और डंडे की मदद से खुला दरवाजा

निवासियों ने बताया कि काफी देर तक प्रयास करने के बाद जब गेट नहीं खुला तो डंडे और लोहे की रोड की मदद से लिफ्ट के गेट को खोला गया और महिला को सुरक्षित बाहर निकल गया। लोगों का आरोप है सोसाइटी में लिफ्ट का रखरखाव करने वाली टीम ठीक से काम नहीं करती है. वहीं, मेंटेनेंस कर्मचारियों के पास लिफ्ट को खोलने की चाबी भी सही नहीं है, जो कि लोगों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है।

विकास तिवारी ने बताया कि सोसाइटी की लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन हो चुका है। रजिस्ट्रेशन में सभी सुरक्षा उपकरण और दस्तावेज लगाए जाते हैं, जिसके बाद ही सोसाइटी की लिफ्ट का रजिस्ट्रेशन होता है, लेकिन उनकी सोसाइटी के लिफ्ट में अभी सुरक्षा उपकरण पूरे नहीं है। लिफ्ट में सबसे जरूरी एंटी रेस्क्यू सिस्टम होता है, जिससे अगर लिफ्ट अटक जाए तो उसका दरवाजा किसी नजदीकी फ्लोर पर जाकर खुल जाता है, जिससे निवासी सुरक्षित बाहर निकल जाते हैं, लेकिन सोसाइटी की लिफ्ट में एंटी रेस्क्यू सिस्टम लग ही नहीं है।

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