जिलाधिकारी ने विकास कार्यों के लिए किया औचक निरीक्षण; मिली खामियां, रोके वेतन, मांगा स्पष्टीकरण

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खबर रफ़्तार, बहराइच : जिलाधिकारी मोनिका रानी ने शनिवार को जिले में विकास कार्यों की जमीनी हकीकत जानने के लिए कई स्थानों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान कई सामुदायिक शौचालय, स्कूल, आंगनबाड़ी केंद्र और पंचायत भवन बंद पाए गए, जिस पर उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और संबंधित एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव, सफाई कर्मी और अन्य संबंधित का वेतन अग्रिम आदेशों तक बाधित करने और 3 दिन में स्पष्टीकरण देने के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने विकास खंड चित्तौरा के ग्राम फुलवरिया में आरोग्य मंदिर और आंगनबाड़ी केंद्र, ब्लॉक रिसिया के ग्राम लौकी के सामुदायिक शौचालय, ग्राम बिबियापुर के आंगनवाड़ी केंद्र और प्राथमिक विद्यालय, ग्राम भोपतपुर चौकी में सामुदायिक शौचालय, ग्राम खुदादादभारी में पूर्व माध्यमिक विद्यालय और ग्राम बंगलाचक में पंचायत भवन का निरीक्षण किया।

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ग्राम फुलवरिया में संचालित आरोग्य मंदिर में सीएचओ सारिका गुप्ता मौके पर मौजूद मिलीं, लेकिन परिसर में पर्याप्त साफ-सफाई न पाए जाने पर डीएम ने नाराजगी जताई और भवन व परिसर की सफाई कराने के निर्देश दिए। उन्होंने आरोग्य मंदिर में आने वाले ग्रामीणों को शासन द्वारा अनुमन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।

मरीजों की जानकारी करने पर सीएचओ ने बताया कि 5 मरीजों का उपचार किया गया है, जिस पर डीएम ने मरीजों का विवरण पोर्टल पर अद्यतन रखने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान ग्राम फुलवरिया का आंगनबाड़ी केंद्र बंद पाया गया। ग्राम लौकी में सामुदायिक शौचालय बंद पाया गया, जबकि ग्राम बिबियापुर का आंगनवाड़ी केंद्र खुला हुआ था, लेकिन प्राथमिक विद्यालय बंद पाया गया।

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आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण के दौरान डीएम ने आंगनबाड़ी कार्यकत्री से बच्चों की उपस्थिति और पुष्टाहार वितरण के बारे में जानकारी प्राप्त की और लाभार्थियों का केवाईसी व फेस ऑथेंटिकेशन पूरा कराने के निर्देश दिए। इसी प्रकार ग्राम भोपतपुर चौकी में स्थापित सामुदायिक शौचालय, ग्राम खुदादादभारी का पूर्व माध्यमिक विद्यालय और ग्राम बंगलाचक में स्थापित पंचायत भवन भी निरीक्षण के दौरान बंद पाए गए।

निरीक्षण के दौरान बंद पाए गए विद्यालयों के संबंध में डीएम ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी से स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। सामुदायिक शौचालयों और पंचायत भवनों में ताले लटके पाए जाने पर कड़ी नाराजगी जताते हुए उन्होंने संबंधित एडीओ पंचायत, ग्राम सचिव, सफाई कर्मी और अन्य संबंधित का वेतन अग्रिम आदेशों तक बाधित करने और 3 दिवस में स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।

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उन्होंने चेतावनी दी है कि स्पष्टीकरण संतोषजनक न पाए जाने पर दोषी अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने जिला पंचायत राज अधिकारी को बंद शौचालयों के संबंध में केयरटेकर का स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए हैं।

 

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