
ख़बर रफ़्तार, दक्षिणी दिल्ली : आरके पुरम थाना पुलिस ने फैक्ट्री के लिए जमीन दिलाने का झांसा देकर ठगी करने वाले आरोपित को 14 साल बाद गिरफ्तार किया है। आरोपित ने पुलिस से बचने के लिए दूसरी शादी कर ली थी और अपनी पहचान छिपाकर कोटला मयूर विहार में रह रहा था।
दक्षिणी पश्चिमी जिले के पुलिस उपायुक्त रोहित मीना ने बताया कि आरोपित की पहचान 65 वर्षीय सत्यप्रकाश उर्फ बलजीत के रूप में हुई है। सत्यप्रकाश मूलरूप से ग्रेटर नोएडा के बैदपुरा का रहने वाला है।
भीकाजी कामा प्लेस में खोला था ऑफिस
सात सितंबर 2010 में आरके पुरम थाने में आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी व फर्जी दस्तावेज तैयार करने का केस दर्ज किया गया था। पुलिस को दी शिकायत में पीड़ित बृजपाल सिंह ने बताया कि आरोपित सत्यप्रकाश ने अपने साथियों के साथ मिलकर भीकाजी कामा प्लेस में एक ऑफिस खोल रखा था।
वह फैक्ट्री खोलने के लिए जमीन दिलाने का झांसा देते थे। सत्यप्रकाश ने एक फैक्ट्री की जमीन बेचने के बहाने बृजपाल से लाखों रुपये ठग लिये थे। ठगी करने के बाद आरोपित ऑफिस बंद कर फरार हो गया था।
इस मामले में आरोपित वर्ष 2016 तक एक बार भी अदालत में पेश नहीं हुआ। इसके बाद अदालत ने उसे भगौड़ा घोषित कर दिया था। तभी से पुलिस वांछित की तलाश कर रही थी।
शातिर ने नाम बदलकर अपनी सहयोगी से की दूसरी शादी
पुलिस ने बचने के लिए आरोपित ने नाम बदलकर अपनी सहयोगी से दूसरी शादी कर ली। वह बलजीत के नाम से कोटला मयूर विहार में रह रहा था, ताकि पुलिस को उनकी भनक न लगे।
पुलिस ने बताया कि आरोपित की पहली शादी 1980 में हुई थी और उसके तीन बच्चे हैं। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया।
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