ख़बर रफ़्तार, चंपावत: सरकारें बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने का कितना ही शोर कर लें, लेकिन सच्चाई कुछ और ही बयां कर रही है। जिले में कहीं दो से तीन किमी के दायरे में दो-दो इंटर कॉलेज और हाईस्कूल हैं तो कहीं औसतन 10 किमी के क्षेत्र में एक भी इंटर कॉलेज या हाईस्कूल नहीं है। इसका सबसे अधिक नुकसान छात्राओं को झेलना पड़ रहा है।
इंटर कॉलेजों के घर से काफी दूर होने से ग्रामीण इलाकों की छात्राएं हाईस्कूल के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। कुछ ऐसी ही स्थिति टनकपुर और चंपावत के बीच पढ़ने वाले सूखीढांग क्षेत्र की है। यहां के लोग लंबे समय से राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तलियाबांज के उच्चीकरण की मांग कर रहे हैं, लेकिन इस ओर न तो जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहे हैं और न ही शिक्षा विभाग।
आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रहीं छात्राएं
इंटर कॉलेज न होने से सूखीढांग से लगे दर्जनों गांवों की छात्राएं हाईस्कूल पास करने के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। यहां नौला पानी, मथियाबांज, बुड़म, धूरा और झालाकुड़ी ग्राम पंचायतों के सेंटर में एक मात्र तलियाबांज हाईस्कूल है। इसके परिक्षेत्र में कठौल, बुड़म और नौलापानी में तीन जूनियर हाईस्कूल और 10 प्राइमरी स्कूल हैं। यहां के छात्र-छात्राओं को हाईस्कूल के बाद 50 किमी दूर अमोड़ी, 30 किमी दूर चल्थी और 30 किमी दूर सूखीढांग आना पड़ता है।
खतरे में है युवाओं का भविष्य
इंटर कॉलेजों की दूरी काफी अधिक होने के कारण खासकर छात्राएं हाईस्कूल के बाद आगे की पढ़ाई नहीं कर पा रही हैं। क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ता शंकर दत्त जोशी ने बताया कि क्षेत्र के लोग लंबे समय से हाईस्कूल का उच्चीकरण करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन उनकी मांग अनसुनी की जा रही है। उन्होंने बताया कि अकेले सूखीढांग, तलियाबांज और मथियाबांज में लगभग 20 छात्राएं हाईस्कूल करने के बाद घर बैठने को मजबूर हैं। क्षेत्र में इंटर कालेज होता तो इन छात्राओं के आगे बढ़ाई करने का रास्ता आसान हो जाता।
यह भी पढ़ें:उत्तराखंड: अवैध खनन पर लगाम कसने में सिस्टम फेल, अब हुई ‘कंपनी’ की एंट्री; नियम हुए सख्त
की जाती है झूठी घोषणाएं
शंकर दत्त जोशी ने बताया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा लंबे समय से तलियाबांज हाईस्कूल का उच्चीकरण करने की झूठी घोषणाएं की जाती रही हैं। तलियाबांज विद्यालय उच्चीकरण के सभी मानक पूरे करता है। पर्याप्त छात्र संख्या के साथ विद्यालय में उपयुक्त जमीन और खेल मैदान भी मौजूद है।
वर्ष 2022 में सीएम कर चुके हैं उच्चीकरण की घोषणा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी 31 अगस्त 2022 को हाईस्कूल तलियाबांज का उच्चीकरण करने की घोषणा कर चुके हैं। सामाजिक कार्यकर्ता शंकर दत्त जोशी ने बताया कि मुख्यमंत्री ने यह घोषणा टनकपुर में सीएम कैंप कार्यालय के शुभारंभ के मौके पर की थी, लेकिन अभी तक इस घोषणा पर कोई अमल नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि हाईस्कूल तलियाबांज का उच्चीकरण नहीं किया गया तो क्षेत्र के 12 गांवों की जनता आगामी लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी।
कन्या धन भी गवां देती हैं बेटियां
सरकार द्वारा चलाई जा रही गौरा देवी कन्याधन योजना का लाभ लेने के लिए इंटर पास करना जरूरी है। इंटर कालेज काफी दूर होने से क्षेत्र के दर्जनों गांवों की बालिकाएं आगे की पढ़ाई नहीं कर पाती, जिससे कन्याधन योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पाता। गरीब परिवारों की छात्राओं को इसका सबसे अधिक नुकसान होता है।
अधिकारियों ने कही ये बात
जिले के 11 हाई स्कूल का उच्चीकरण किया जाना है। हाईस्कूल तलियाबांज का उच्चीकरण मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल है। प्रक्रिया चल रही है। शीघ्र सभी प्रस्तावित विद्यालयों का उच्चीकरण होगा। सरकार बालिका शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। – दीपक रजवार, विधायक प्रतिनिधि, टनकपुर
+ There are no comments
Add yours