खबर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड परिवहन निगम में बसों के लिए निम्न गुणवत्ता के एयर, मोबिल-आयल व डीजल फिल्टर सप्लाई करने वाली दो कंपनियों के भुगतान पर परिवहन निगम मुख्यालय ने रोक लगा दी है।
इसके साथ ही दोनों कंपनियों की सप्लाई रोकने पर विभिन्न कार्यशालाओं के स्टोर में उपलब्ध इनके कलपुर्जे उपयोग न करने के आदेश दिए गए हैं। परिवहन निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने इन कलपुर्जों की जांच सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ रोड ट्रांसपोर्ट (सीआइआरटी) पुणे से कराने का आदेश मंडलीय प्रबंधक तकनीकी को दिया है।
परिवहन निगम मुख्यालय की ओर से 28 दिसंबर-2022 को मैसर्स रैनकेश हाईटेक इक्विपमेंट प्राइवेट लिमिटेड और चार जनवरी-2023 को मैसर्स फाक्स इंडिया इंडस्ट्रीयल सर्विसेज को देहरादून, काठगोदाम व टनकपुर मंडल में कलपुर्जों की सप्लाई का आदेश जारी किया गया था। हरिद्वार औद्योगिक क्षेत्र स्थित इन दोनों कंपनियों को एयर फिल्टर, मोबिल-आयल फिल्टर व डीजल फिल्टर की सप्लाई करनी थी।
शुरुआत में कलपुर्जों में कोई शिकायत नहीं आई, लेकिन पिछले डेढ़-दो माह से कलपुर्जों में लगातार शिकायत आ रही। पिछले एक माह से इनकी वजह से करीब डेढ़ सौ बसें मार्गों पर खराब हो गईं। जिस पर गत 24 जून को रामनगर डिपो के सीनियर फोरमैन ने मंडल प्रबंधक तकनीकी को लिखित पत्र भेजकर शिकायत भी दर्ज कराई। सोमवार को निगम के महाप्रबंधक दीपक जैन ने दोनों कंपनियों की सप्लाई व भुगतान रोकने समेत कलपुर्जों की जांच के आदेश दिए।
यह आ रही शिकायत
- एयर फिल्टर: करीब 35 हजार किमी चलने वाला एयर फिल्टर चार से पांच हजार किमी में ही खराब हो रहा।
- मोबिल-आयल फिल्टर: करीब 40 हजार किमी चलने वाला फिल्टर दो से तीन हजार किमी में ही खराब हो रहा।
- डीजल फिल्टर: लगने के बाद 500 से एक हजार किमी में ही लीक हो रहा, जिससे बसों के इंजेक्टर खराब हो रहे।
प्रेशर व क्लच प्लेट भी खराब
निगम में प्रेशर व क्लच प्लेट सप्लाई कर रही कंपनी की गुणवत्ता भी खराब बताई जा रही। जिससे बसों के गियर-बाक्स खराब हो रहे। शनिवार की सुबह दून से जोशीमठ जा रही बस रानीपोखरी में खराब हो गई। इस बस में नई प्रेशर व क्लच प्लेट शुक्रवार को लगी थी, लेकिन स्प्रिंग की घटिया गुणवत्ता के कारण गियर-बाक्स ही खराब हो गया।
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