ख़बर रफ़्तार, फर्रुखाबाद: लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी की शर्मनाक हार के बाद पार्टी में कलह और बढ़ गई है। पार्टी प्रत्याशी ने मंडल संयोजक व जिलाध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोलकर जमकर भड़ास निकाली। चुनाव में उनकी गतिविधियों को संदिग्ध करार दिया।
बसपा प्रत्याशी क्रांति पांडेय ने कहा कि वह मतगणना केंद्र पर शाम तक मौजूद रहे। सभी 32 राउंड की मतगणना शीट पर उन्होंने हस्ताक्षर किए, जिसके साक्ष्य मौजूद हैं। इसके बाद भी पार्टी जिलाध्यक्ष वीर सिंह अंबेडकर ने उनके सुबह 10 बजे मतगणना केंद्र से चले जाने की बात प्रचारित करा दी।
जबकि जिलाध्यक्ष शुरू से अंत तक संदिग्ध बने रहे। मंडल संयोजक नागेंद्र पाल सिंह गौतम भी संदिग्ध रहे। वह झूठ बोलकर पार्टी की नीतियों और प्रत्याशी को गुमराह करते रहे। जिलाध्यक्ष की वजह से ही पार्टी का बड़ा नुकसान हुआ है। उन्हें उम्मीद है कि पार्टी मुखिया इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगी।
जिलाध्यक्ष वीर सिंह अंबेडकर ने बताया कि वह 28 राउंड तक मतगणना केंद्र पर मौजूद रहे। इसके बाद उन्हें पता चला कि बच्चे की तबियत खराब हो गई है तो वह चले आए। उनका पुत्र अस्पताल में भर्ती है। प्रत्याशी की यह बचकाना हरकत है। हम तो उनसे पक गए हैं। सभी को मालूम है कि उन्होंने कैसा चुनाव लड़ा।
मंडल संयोजक नगेंद्र पाल सिंह ने बताया कि प्रत्याशी के आरोपों से वह हैरान हैं। वह पार्टी के 20 साल से निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। पूरी पार्टी चुनाव में लगी और कैडर वोट पार्टी के साथ खड़ा रहा। सभी को पता है कि पार्टी प्रत्याशी ने किस तरह चुनाव लड़ा। उन्हें इस तरह के आरोप नहीं लगाने चाहिए।
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