प्रयागराज जिले में एक मदरसे का पर्दाफाश; जिसमें नकली नोट छापने का कारोबार चल रहा था

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ख़बर रफ़्तार, लखनऊ: प्रयागराज जिले में एक मदरसे का पर्दाफाश किया गया जिसमें नकली नोट छापने का कारोबार चल रहा था। इस पर जब योगी सरकार में अल्‍पसंख्‍यक कल्‍याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर से पूछा गया तो उन्‍होंने कहा, प्रदेश में कुछ मदरसे बिना लाइसेंस के। प्रयागराज में जो मदरसा पकड़ा गया, वह भी ऐसा ही था और उसमें नकली नोट छापे जा रहे थे। आपत्तिजनक किताबें रखना, गंभीर विषय है। पुलिस जांच कर रही हैं। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होगी। उनके खिलाफ पर्याप्‍त सबूत हैं। यह मदरसा इतने दिनों से चल रहा है तब इसके खिलाफ कोई कदम क्‍यों नहीं उठाया गया, इस पर भी जांच होगी।’ आरएसएस को आतंकी संगठन बताने वाले मदरसे के अभियान पर उन्‍होंने कहा, गलती कुछ लोग करते हैं सजा पूरी कौम को मिलती है।

इस मुद्दे को लेकर राजभर ने दिया बयान
यूपी के प्रयागराज जिले में नकली नोट छापने वाले मदरसे ‘जामिया हबीबी’ से छापे के दौरान पुलिस को किताब बरामद हुई है। जिसमें आरएसएस को देश का सबसे बड़ा आतंकवादी संगठन बताया गया है। किताब का नाम देखकर पुलिस भी दंग रह गई। बता दें कि अतरसुइया के मदरसे में चल रहा था नकली नोट छापने का कारोबार हाल ही में पुलिस ने छापा मारकर मदरसे के मौलाना सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया था।

जानिए क्या था पूरा मामला? 
शहर के अतरसुइया इलाके के एक मदरसे में नकली नोट छापने की फैक्टरी का भंडाफोड़ हुआ हुआ था। यह खेल मौलवी की देखरेख में चल रहा था। पुलिस ने मौलवी समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद किया है। बुधवार को आरोपियों को पुलिस ने मीडिया के सामने पेश किया। बताया जा रहा है कि यह धंधा काफी दिनों से चल रहा था। यहां से नकली नोट छापकर कई स्थानों पर सप्लाई की जा रही थी।

जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम में नकली नोट छापने की फैक्टरी
अतरसुइया इलाके में स्थित मदरसा जामिया हबीबिया मस्जिद ए आजम में नकली नोट छापने की फैक्टरी चल रही थी। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा तो खलबली मच गई। पुलिस ने मौके से डेढ़ लाख रुपये नकली नोट बरामद करते हुए मौलवी मोहम्मद तफ्सीरुल समेत उसके गिरोह के सदस्य मोहम्मद अफजल, मोहम्मद शाहिद और आफरीन को गिरफ्तार कर लिया। मौलवी तफ्सीरुल मूल रूप से उड़ीसा का रहने वाला है। गिरोह का सरगना जहीर खान भी उड़ीसा में मौलवी के ही गांव का रहने वाला है।

नकली नोट से चल रही थी आजीविका
मौलाना के साथ पकड़े गए सभी आरोपियों की जीविका नकली नोट से ही चल रही थी। पूछताछ में पता चला है कि नकली नोट के बदले मिलने वाली असली नोट को वह अपने परिवार के सदस्यों को देते थे और खुद भी खर्च करते थे। कई बार नकली नोट का इस्तेमाल करके घरेलू और दूसरी जरूरत का सामान लेते थे। सभी लोग योजनाबद्ध तरीके से यह काम कर रहे थे और करीबियों को इसके बारे में नहीं बताते थे। इस गैंग में शामिल अन्य लोगों के बारे में भी पुलिस व एसओजी टीम पता लगा रही है।

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