दिहाड़ी मजदूर की बेटी ने बढ़ाया मान, 12वीं में 92.60 अंक प्राप्त कर मेरिट में बनाई जगह

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खबर रफ़्तार, देहरादून: अल्प संसाधन व कमजोर आर्थिक स्थिति लगन व कठिन परिश्रम के सामने फीकी नजर आती है। यह कर दिखाया सीएनआई गर्ल्स इंटर कालेज में 12वीं की छात्रा नेहा प्रजापति ने। नेहा ने 12वीं में 92.60 अंक प्राप्त कर उत्तराखंड मेरिट में 24वीं जगह बनाई। मूल से बिहार के सिवान जिले के भिटी गांव निवासी नेहा प्रजापति का परिवार वर्तमान में नेश्विला रोड स्थित बद्रीनाथ कालोनी में रहता है।

दिहाड़ी मजदूर हैं पिता

पिता उमेश प्रजापति दिहाड़ी मजदूर हैं जबकि मालती देवी गृहणी हैं। एक कमरे में ही पूरा परिवार यानी नेहा का भाई, माता पिता रहते हैं। नेहा ने बताया कि घर में कमाने वाले एकमात्र उनके पिता हैं। कभी दिहाड़ी मिल जाती है तो शाम को सब्जी, दूध अच्छा आ जाता है वरना दो तीन दिन काम ना मिले तो आर्थिक परेशानी बढ़ जाती है।

नेहा ने बताया कि वह आगे अकांउट के क्षेत्र में आगे बढ़कर सीए बनना चाहती है। लेकिन आर्थिक बाधा परेशानी बन रही है। कोई भी कोर्स करना है तो पैसा भी उसी तरह चाहिए लेकिन जो घर के हालात हैं उससे इस बारे में दूर दूर तक नहीं सोचा जा सकता। पैसा ना होने आगे पढ़ पाउंगी या नहीं इसका दुख भी है। अभी तक किसी ओर से भी कोई सहयोग नहीं मिल पाया है। जिससे मैं आगे की पढ़ाई कर सकूं। प्रधानाचार्या विनीता मार्टिन ने उन्हें मिष्ठान खिलाकर बधाई दी।

गौरव ने 21 वां स्थान प्राप्त कर मजदूर पिता का बढ़ाया मान

गदरपुर हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में 21वां स्थान प्राप्त करने पर गौरव के प्रधानाचार्य माता पिता उसको मिठाई खिलाते। जागरण गदरपुर : देशबंधु इंटर कालेज के छात्र ने हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा परीक्षा में 95 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रदेश में 21 वां स्थान प्राप्त कर माता-पिता का मान बढ़ाया। गौरव ने हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में 21 स्थान प्राप्त किया है। गौरव की सफलता से माता-पिता ही नहीं प्रधानाचार्य से लेकर शिक्षक भी खुश हैं। उसका कहना है कि वह बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहता है।

ग्राम नवाबगंज उत्तर प्रदेश निवासी गौरव ने हाईस्कूल बोर्ड परीक्षा में 500 में से 474 अंक प्राप्त किए हैं। गौरव के पिता गुलाब सिंह लोगों के घरों में मजदूरी करते हैं। वही उसकी मां सीमा रानी गृहणी है गौरव का कहना था कि वह प्रतिदिन चार से पांच घंटे पढ़ाई करता था और कभी भी उसने ट्यूशन नहीं ली। उसे मालूम था वह जिले में सबसे आगे रहेगा। लेकिन उसे इतनी उम्मीद नहीं थी कि वह प्रदेश में भी स्थान प्राप्त करेगा। उसकी मां सीमा का कहना था कि गौरव पढ़ाई करते-करते रात को भूखे ही सौ जाता था।

पिता सफाई कर्मचारी, मां घरों में करती हैं काम

नगर निगम में संविदा सफाई कर्मचारी अनिल खजवाल की बेटी हर्षिता खजवाल ने 12वीं में उत्तराखंड मेरिट लिस्ट में 21 स्थान प्राप्त कर परिवार व स्कूल का नाम रोशन किया। स्नेहा दून एकेडमी की छात्रा खुड़बुड़ा निवासी हर्षिता ने 93 प्रतिशत अंक हासिल किए। हर्षिता की मां शारदा घरों में साफ सफाई का कार्य करती है।

हर्षिता ने बताया कि परिवार में वह तीन भाई बहन है। सभी पढ़ाई करते हैं। लेकिन कई बार आर्थिक परेशानी सामने आ जाती है। स्थिति यह रहती थी कि स्कूल में कई बार एक-एक हफ्ते बाद स्कूल की फीस दी। हालांकि शिक्षकों को परिवार की स्थिति के बारे में पता था तो उन्होंने फीस समय पर जमा करने जैसी कोई बात नहीं कही। उन्होंने बताया कि उनका सपना शिक्षिका बनने का है। जिससे समाज में शिक्षा को और मजबूती से आगे बढ़ाने व जरूरतमंदों की मदद कर उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया जा सके।

आंगनबाड़ी कार्यकत्र्ता की बेटी ने किया नाम रोशन

राजकीय इंटर कालेज बुरांसखंडा की मानसी ने 12वीं में 97 प्रतिशत अंक हासिल कर उत्तराखंड सूची में 10वां स्थान हासिल किया। दुरमाला सिल्ला निवासी मानसी के पिता मनोज कुमार लोडर चलाते हैं जबकि मां मीना देवी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है।

मानसी की मां मीना देवी ने बताया कि बेटी ने घर के कार्यों में भी हाथ बंटाया व पढ़ाई भी टाइमटेबल बनाकर पूरी की। उनके पति मनोज कुमार किसी का लोडर चलाकर परचून की दुकान में सप्लाई करते हैं। मानसी का सपना शिक्षिका बनने का है।

टैक्सी चालक के बेटे ने पेश की मिसाल

टैक्सी चालक के बेटे केशव भट्ट ने 10वीं में 96.60 प्रतिशत अंक हासिल मिसाल पेश की है। बेटे की इस सफलता से जहां माता पिता की आखों में खुशी है वहीं दिनभर फोन कर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा। एसपी इंटर कालेज कारबारी ग्रांट के छात्र केशव भट्ट ने राज्य की मेरिट में 12वां स्थान पाया।

शिमला बाईपास निवासी केशव के पिता बाशुदेव प्राइवेट टैक्सी चलाते हैं, जबकि मां मधु भट्ट निजी स्कूल में शिक्षणेत्तर कर्मचारी है। केशव की लगन व मेहनत को देख शिक्षक भी प्रभावित थे। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए केशव को अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई। केशव ने इस उपलब्धि को माता पिता का साथ व गुरुजनों का आशीर्वाद बताया। उन्होंने बताया कि वह इंटर में भी इसी तरह अंक अर्जित कर परिवार का नाम रोशन करेंगे।

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