
खबर रफ़्तार ,चमोली: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार दोपहर को चमोली जिले के जोशीमठ पहुंचे। उन्होंने यहां भूधंसाव का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर उनका हाल जाना। इसके अलावा सीएम धामी अधिकारियों के साथ जोशीमठ में बैठक भी करेंगे।
- दो दिन से जोशीमठ में आठ सदस्यीय विशेषज्ञ दल
जोशीमठ में हो रहे भू-धंसाव से संकटग्रस्त परिवारों को बचाने और राहत सरकार ने जोशीमठ में तत्काल डेंजर जोन को खाली करने और सुरक्षित स्थान पर पुनर्वास केंद्र बनाने की तैयारी कर ली है। जोशीमठ में आपदा कंट्रोल रूम स्थापित करने के साथ ही आवश्यकता होने पर प्रभावितों के लिए एयर लिफ्ट सुविधा की तैयारी रखी गई है।
- धारण क्षमता के अनुसार नियोजित ढंग से हों निर्माण
जोशीमठ शहर पुराने भूस्खलन क्षेत्र में बसा है। ऐसे में इसकी धारण क्षमता की पड़ताल कराने के साथ ही इसके आधार पर ही वहां नियोजित ढंग से निर्माण की अनुमति दी जानी चाहिए। जोशीमठ में भूधंसाव की समस्या को लेकर पिछले वर्ष सरकार द्वारा गठित विज्ञानियों की समिति ने अपनी रिपोर्ट में यह सुझाव दिया था।
सूत्रों के अनुसार विज्ञानियों की समिति ने रिपोर्ट में यह उल्लेख भी किया कि जोशीमठ में भूधंसाव और घरों में दरारें पडऩे का क्रम तेज हुआ है। इसे देखते हुए पूरे शहर को अन्यत्र विस्थापित करने के बाद ही वहां उपचारात्मक कदम उठाए जाएं।
गौरतलब है कि विज्ञानियों की समिति ने पिछले वर्ष अगस्त में जोशीमठ का दौरा किया था। समिति ने सितंबर में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी।
यद्यपि, जोशीमठ में स्थिति बिगडऩे पर सरकार ने सचिव आपदा प्रबंधन डा रंजीत सिन्हा की अध्यक्षता में विज्ञानियों की टीम को दोबारा अध्ययन के लिए भेजा है। यह टीम गुरुवार से क्षेत्र में निरीक्षण करने के साथ ही प्रभावित जनों और प्रबुद्धजनों से बातचीत कर सुझाव ले रही है।
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