ख़बर रफ़्तार, बीसलपुर: वाहन चेकिंग के दौरान शाहजहांपुर की ओर से आ रही कार को रोकने के बाद हंगामा हो गया। कार में सवार मुरादाबाद के लोगों ने पुलिस की टीम से न सिर्फ अभद्रता की बल्कि हमला कर दिया। दरोगा से मारपीट करते हुए उसका गला दबाकर जान लेने की कोशिश की।
मारपीट के दौरान दरोगा की वर्दी भी फट गई। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। कार से दवाएं बरामद होने की सूचना मिलने पर औषधि निरीक्षक भी टीम के साथ पहुंची और जांच पड़ताल की। दरोगा की तरफ से तीन आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
दरोगा अनुज कुमार की ओर से दर्ज कराई गई रिपोर्ट में बताया गया कि 10 नवंबर की रात वह पुलिस बल के साथ ईदगाह चौराहा पर वाहन चेकिंग कर रहे थे। दरोगा आयुष कुमार, कांस्टेबल अजय तोमर, निशांत कुमार, चालक मुनेश कुमार साथ थे। रात करीब आठ बजे के बाद क्रेटा कार शाहजहांपुर की तरफ से आती दिखाई दी। उसे चेकिंग के लिए रुकवाया गया।
वाहन चेक करने का पुलिस बल ने प्रयास किया ही था कि कार में सवार तीन लोग नीचे उतर आए और पुलिसकर्मियों से अभद्रता शुरू कर दी। गाली गलौज करते हुए धमकाना शुरू कर सरकारी कार्य में बाधा डाली। जब पुलिसकर्मियों ने विरोध किया तो हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों से मारपीट की गई। पीड़ित दरोगा अनुज कुमार पर जानलेवा हमला करते हुए गला दबाया और वर्दी भी फाड़ दी गई।
किसी तरह तीनों हमलावरों को पुलिस टीम की मदद से पकड़ा जा सका। उन्हें कोतवाली लेकर आए। पूछताछ के दौरान आरोपियों ने अपना नाम मुरादाबाद जनपद के थाना मैनाठेर क्षेत्र के ग्राम फतेहपुर खास निवासी नौशाद, अमानत हुसैन और रुकसाद अली बताया। कार की डिग्गी को चेक किया गया तो उसमें काफी मात्रा में दवाइयां भरी निकली।
इसके बाद अग्रिम कार्रवाई करते हुए तीनों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 132, 121(1) व (2), 109, 115(2), 352 और 351 (2) के तहत एफआईआर दर्ज की गई। सोमवार को चालान कर तीनों को कोर्ट में पेश करके जेल भेज दिया गया। उधर, कार से दवा बरामद होने पर पुलिस ने स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी थी। जिस पर औषधि निरीक्षक नेहा वैश्य रात में ही बीसलपुर पहुंची और दवाओं के सैंपल जांच के लिए लिए। मामला चर्चा का विषय बना रहा।
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