ख़बर रफ़्तार, हरिद्वार: धर्मनगरी हरिद्वार में एक तरफ आसमान से आफत बरस रही है तो दूसरी तरफ सिस्टम की खामियों के कारण लोगों को तमाम समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. हरिद्वार में भारी बारिश के बाद जगह-जगह जलभराव की समस्या देखने को मिल रही है. मॉनसून की शुरूआती बारिश ने ही हरिद्वार नगर निगम और प्रशासन के सारे इंतजामों की पोल खोल कर रखी है. बारिश के बाद पूरा शहर पानी-पानी हो रखा है.
प्रशासन के दावे हुए फेल: मॉनसून से पहले हरिद्वार नगर निगम और जिला प्रशासन ने दावा किया था कि शहर में कहीं पर भी जल भराव की समस्या नहीं होगी. सभी नालों को साफ करा लिया गया है, लेकिन बारिश शुरू होते ही प्रशासन के सारे दावे हवा-हवाई साबित हुए.
ग्राणीम क्षेत्रों में हालत अच्छे नहीं: हरिद्वार जिले के ग्रामीण इलाकों में भी बारिश के बाद हालात कुछ अच्छे नहीं है. गंगा समेत अन्य नदियों का जल स्तर बढ़ने से गांव भी पानी-पानी हो गए है. यूपी बॉर्डर पर कोटावाली नदी का जल स्तर भी बारिश के बाद बढ़ गया है, जिसकी वजह से कई जगहों पर कटान होने की सूचना मिल रही है.
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