ख़बर रफ़्तार, नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान को हराकर पहली बार फाइनल में जगह बनाई। इस जीत के साथ ही साउथ अफ्रीका ने अपने ऊपर लगे ‘चोकर्स’ के टैग को उतार फेंका दिया। एडन मार्करम की कप्तानी में साउथ अफ्रीका ने आईसीसी वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाकर इतिहास रच दिया।
सात बार आईसीसी वर्ल्ड कप सेमीफाइनल (वनडे और टी20 दोनों) साउथ अफ्रीका को शिकस्त झेलनी पड़ी थी। इन सातों नॉकआउट मैच में साउथ अफ्रीका अपनी नर्वस को संभाल नहीं पाती थी और जीत के करीब आकर उससे हार का सामना करना पड़ा था। इसके चलते उसे क्रिकेट जगत का ‘चोकर्स’ कहा जाने लगा था। अब सवाल ये उठता है कि ये चोकर्स शब्द प्रचलन में कहां से आया है।
चोक शब्द से बना है चोकर्स
चोकर्स वाला टैग चोक शब्द से बना है। जिसका मतलब है अटक जाना। अहम मौकों पर अटक जाना या रुक जाना। साउथ अफ्रीका के साथ भी यही होता आ रहा था। बड़े मैच में बिखर जाने के कारण इस धुरंधर टीम को चोकर्स कहा जाने लगा। साउथ अफ्रीका की टीम पर चोकर्स वाला ठप्पा भले ही 1999 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में मिली हार के बाद लगा, लेकिन इस ठप्पे को मिलने की शुरुआत 1992 और 1996 के वर्ल्ड कप में मिली हार के बाद से हो गई थी।
साउथ अफ्रीका ने उतार फेंका चोकर्स का टैग
हालांकि, अफगानिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में जीत दर्ज कर इस टैग को उतार फेंका। वर्ल्ड कप इतिहास में साउथ अफ्रीका ने फाइनल में जगह बनाई है। तीन दशक बाद साउथ अफ्रीका आईसीसी वर्ल्ड कप (वनडे और टी20) के फाइल में पहुंची है। 27 जून को टी20 वर्ल्ड कप 2024 का फाइनल खेला जाएगा। साउथ अफ्रीका से फाइनल में कौन भिड़ेगा इसका पता दूसरे सेमीफाइल में भारत और इंग्लैंड के बीच होने मुकाबले से पता चलेगा।
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