
ख़बर रफ़्तार, हरिद्वार : रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर महदूद से किशोरी के लापता होने के पीछे प्रेम प्रसंग में हत्या की सनसनीखेज मामला सामने आए है। किशोरी के स्वजन ने सहारनपुर के युवक पर अपहरण के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। जांच में सामने आया कि निकाह का दबाव बनाने पर गांव के ही युवक ने गला दबाकर हत्या के बाद किशोरी का शव गंगनहर में फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने रानीपुर कोतवाली में प्रेस कान्फ्रेंस कर हत्याकांड का पर्दाफाश किया। पुलिस के मुताबिक, सलेमपुर महदूद गांव से बीते 31 जनवरी को एक किशोरी लापता हो गई थी। स्वजन ने सहारनपुर के एक युवक के खिलाफ बेटी को बहला-फुसलाकर ले जाने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो आरोप में सच्चाई नहीं दिखी। तब पुलिस ने दूसरे एंगल पर छानबीन शुरू की।
एसएसपी ने बताया कि अजीम पेशे से भैंसा बुग्गी चालक है। किशोरी से उसका प्रेम प्रसंग करीब एक साल से चला आ रहा था। पूछताछ में आरोपित ने कुबूला कि किशोरी उस पर निकाह का दबाव बना रही थी। तंग आकर उसने पीछा छुड़ाने के लिए उसकी हत्या की साजिश रची। जिसके तहत 27 जनवरी की रात को उसने किशोरी को शहर से दूर जाकर निकाह कर लेने की बात कहकर बुलाया था।
आरोपित ने गांव में ही एक खंडर भवन में ले जाकर किशोरी की हत्या कर दी। इसके बाद शव को बोरे में डालकर भैंसा बुग्गी पर रखा और पथरी पावर हाऊस के पास गंगनहर में फेंक दिया। आरोपित की निशानदेही पर किशोरी का मोबाइल फोन व अन्य सामान बरामद हुआ है।
हत्या का पर्दाफाश करने वाली टीम में रानीपुर कोतवाली प्रभारी विजय सिंह, एसएसआइ नितिन चौहान, गैस प्लांट चौकी प्रभारी मनोज नौटियाल, महिला उपनिरीक्षक प्रियंका इजराल, कांस्टेबल अजय शामिल रहे। रानीपुर कोतवाल व उनकी टीम को शाबाशी देते हुए एसएसपी ने इनाम की घोषणा की। प्रेस कान्फ्रेंस में एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह सहित पुलिस टीम मौजूद रही।
सहारनपुर के युवक को फंसाने की थी योजना
आरोपित इतना शातिर है कि उसने प्रेमिका की हत्या के बाद अपना जुर्म दूसरे के सिर पर डालने की भी पूरी योजना बनाई। उसने ही किशोरी के स्वजन को बताया कि सहारनपुर के युवक के साथ उसे जाते हुए देखा है। किशोरी के परिवार ने भी उसकी बात पर यकीन करते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। लेकिन, पुलिस को वह गच्चा नहीं दे सका।
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि नामजद आरोपित के साथ किशोरी का कोई कनेक्शन नहीं निकलने पर पुलिस ने पता लगाया कि यह बात कहां से निकली है। तब आरोपित अजीम का नाम सामने आया। हिरासत में लेने से पहले पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की कुंडली खंगाली।
काल डिटेल से आरोपित और किशोरी के बीच अक्सर बातचीत होने का पता चलने से पुलिस का माथा ठनक गया। पूछताछ में सारी कहानी सामने आ गई। ऐसे में पुलिस ने दूध का दूध पानी का पानी करते हुए एक बेकुसूर को जेल जाने से बचा लिया और असली गुनहगार को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाया, जहां का वह हकदार था।
कहानी बदलकर पुलिस को किया गुमराह
पूछताछ में आरोपित ने पुलिस को गुमराह करने का भी पूरा प्रयास किया। वह स्वजन से कह चुका था कि उसने ही किशोरी को सहारनपुर के युवक के साथ जाते देखा है, लेकिन पुलिस की पूछताछ में वह बदल गया। उसने पुलिस को बताया कि उसने किशोरी को अकेले जाते हुए देखा था।
पुलिस ने उससे रूट के बारे में पूछा और फिर उसे रूट के सीसीटीवी कैमरे खंगाले। तब वह खुद भैंसा बुग्गी पर बोरा ले जाता नजर आया। कोतवाली प्रभारी विजय सिंह ने बताया कि आरोपित को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
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