
ख़बर रफ़्तार,देहरादून : देश की राजधानी दिल्ली में हुए श्रद्धा हत्याकांड ने उत्तराखंड की शांत वादियों को भी दहला दिया है। पिछले कुछ सालों में यहां भी अपराध की जड़ें मजबूत हो रही हैं।
प्रदेश की राजधानी देहरादून सहित ऊधमसिंह नगर और हरिद्वार में भी ऐसे कई दिल दहला देने वाले मामले सामने आए हैं। जिसमें कहीं मां, कहीं घर के मुखिया तो कहीं पति ने जघन्य अपराध को अंजाम दिया है। हम आपको ऐसे ही पांच हत्याकांड के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें याद करने वालों की रूह आज भी कांप जाती है।
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इसी वर्ष सामूहिक हत्याओं से दहल गया था देहरादून
- इसी वर्ष अगस्त माह में राजधानी देहरादून के डोईवाला में एक पुजारी ने अपने ही परिवार के पांच सदस्यों की चाकू से रेतकर दर्दनाक हत्या कर दी थी।
- आरोपित ने अपनी मां, पत्नी और तीन बेटियों को मौत के घाट उतार दिया था।
- वहीं आरोपित की एक बेटी बुआ के घर गई थी, इस कारण वह बच गई।
- आरोपित पुलिस की हिरासत में है।
- आरोपित महेश पंडिताई का काम करता था।
- उसके परिवार के खर्च के लिए उसका भाई हर माह 15 से 20 हजार रुपये देता था।
- वारदात के दिन नाश्ता बनाने को लेकर महेश का पत्नी से विवाद हुआ था।
- जिसके बाद उसके सिर पर खून सवार हो गया।
उसने रसोई में रखे चाकू से घर के पांचों सदस्यों की गर्दन रेत दी थी।
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घर के चिराग ने ही पूरे परिवार को मौत की नींद सुलाया
- अक्टूबर 2014 में दीपावली की रात देहरादून के आदर्श नगर में हरमीत ने अपने पिता जय सिंह, सौतेली मां कुलवंत कौर, बहन हरजीत कौर और तीन वर्षीय भांजी सुखमणि को मौत घाट उतार दिया।
- बहन हरजीत कौर गर्भवती थी, लेकिन भाई का दिल नहीं पसीजा।
- प्रॉपर्टी के लालच में वह रिश्ते नाते सब कुछ भूल गया था।
- हरमीत ने चारों सदस्यों पर कुल 85 बार चाकू से वार किया था।
- हरमीत ने हरजीत के पेट पर चाकू से कई वार किए थे, जिससे गर्भ में पल रहे उसके बच्चे की भी मौत हो गई थी।
- अदालत ने गर्भस्थ शिशु की मौत को भी हत्या करार दिया था।
- मामले में हरजीत कौर का बेटा कमल एकमात्र चश्मदीद गवाह था।
- घटना के वक्त वह बेड के नीचे छिप गया था। हत्यारे हरमीत सिंह को अपर सत्र न्यायाधीश (पंचम) आशुतोष कुमार मिश्र की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी।
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शादी से इन्कार करने पर युवती की हत्या, सूटकेस में मिला था शव
- रुड़की में शादी से इन्कार करने पर प्रेमी ने होटल में ले जाकर प्रेमिका की हत्या कर दी थी।
- मार्च 2022 में यह मामला सामने आया था।
- आरोपित ने सूटकेस में शव रख कर ठिकाने लगाने की सोची, लेकिन होटल के स्टाफ की सतर्कता के चलते वह पकड़ा गया।
- पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को हिरासत में ले लिया। दोनों दूर के रिश्तेदार थे।
डीप फ्रीजर कांड से दहल गई थीं देहरादून की शांत वादियां
- श्रद्धा हत्याकांड से पूरे देश में रोष है।
- उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में भी 17 अक्टूबर 2010 में ऐसे ही हत्याकांड सामने आया था।
- इसे डीप फ्रीजर कांड के नाम से भी जाना जाता है।
- पेशे से एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर राजेश गुलाटी ने अपनी पत्नी अनुपमा गुलाटी को मौत के घाट उतार दिया था।
- इसके बाद उसने शव के 72 टुकड़े कर डीप फ्रीजर में रख दिए थे।
- शव को ठिकाने लगाने के लिए वह रोजाना एक टुकड़ा काली थैली के डालकर ले जाता था और मूसरी रोड पर जंगलों में फेंक देता था।
- राजेश ने अनुपमा के साथ 1999 में लव मैरिज की थी।
- अनुपमा मूल रूप से दिल्ली निवासी थी, वह पति राजेश गुलाटी के साथ देहरादून के कैंट क्षेत्र में रहती थी।
- यहीं अनुपमा की हत्या की गई थी।
- अनुपमा की हत्या करने के बाद राजेश ने स्टोन कटर और आरी से शव के 72 टुकड़े किए और इन टुकड़ों को डीप फ्रीजर में छिपा दिया।
- अनुपमा की मौत के बाद जब दोनों बच्चे मां के बारे में पूछते तो वह कहता था मां दिल्ली गई है और कुछ दिन बाद वापस आ जाएगी।
- अनुपमा के भाई सिद्धांत प्रधान की शिकायत के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और मामले का खुलासा हुआ। जिसके बाद पुलिस ने राजेश गुलाटी को गिरफ्तार कर लिया।
- राजेश गुलाटी को दोषी करार किए जाने के बाद उम्रकैद की सजा सुनाई गई।
- राजेश गुलाटी ने खुद बताया था कि उसने हॉलीवुड मूवी की तर्ज पर हत्या की योजना बनाई थी।
- उसकी कोलकाता में एक और पत्नी व एक बच्चा भी है।
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सौतेली मां ने खुखरी से किए थे बेटी के दो टुकड़े
- वर्ष 2018 फरवरी में देहरादून के खुड़बुड़ा में एक सौतेली मां ने प्रॉपर्टी के लिए बेटी की हत्या कर दी थी।
- मौत के बाद उसने खुखरी से बेटी के शव के दो दुकड़े कर दिए थे।
- मां पुलिस और रिश्तेदारों को गुमराह करती रही, लेकिन मोबाइल की कॉल डिटेल ने सारा मामला खोल दिया।
- मृतका प्राप्ति सिंह (21 वर्ष) पुत्री स्व अजीत सिंह एयरहोस्टेस का कोर्स कर रही थी।
- प्राप्ति का मोबाइल फोन बंद आ रहा था।
- रिश्तेदारों और दोस्तों ने प्राप्ति की सौतेली मां मीनू से मोबाइल बंद होने का कारण पूछा तो उसने बताया था कि वह (प्राप्ति) इंटरव्यू देने के लिए दिल्ली गई है।
- सौतेली मां ने बेटी की गुमशुदगी भी दर्ज करवाई थी।
- सख्ती से पूछताछ करने पर मीनू ने पुलिस के सामने सारा सच बता दिया था।
- पुलिस ने घर के बाथरूम से सटे स्टोर रूम में शव के दो टुकड़े बरामद किए थे।
- जांच में सामने आया था कि सौतेली मां का बेटी से प्रॉपर्टी को लेकर विवाद चल रहा था।
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