
चेन्नई.
टाटा पावर ने तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं जिनके तहत वह राज्य के तिरुनेलवेली जिले में नया चार गीगावॉट का सौर सेल और चार गीगावॉट के सौर मॉड्यूल विनिर्माण संयंत्र की स्थापना के लिए करीब 3,000 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। टाटा पावर के इस प्रोजेक्ट के जरिए तमिलनाडु राज्य में ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही नए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।
प्लांट पर होने वाला यह निवेश 16 महीने की अवधि में होगा। टाटा पावर सोलार की तमिलनाडु ईकाई कंपनी की बेंगलूरु के बाद लगने वाली दूसरी ईकाई होगी। टाटा पावर सोलार इस समय भारत की सबसे बड़ी सोलार मैन्यूफैक्चरर में से एक है। बेंगलुरु में कंपनी की एक वल्र्ड क्लास उत्पादक ईकाई है, जिसकी उत्पादन क्षमता 635 एमडब्ल्यू मॉड्यूल्स और 500 एमडब्ल्य सेल की है।
कंपनी ने सोमवार को यह बयान में कहा। इसमें कहा गया है कि संयंत्र में निवेश 16 महीने के दौरान किया जाएगा और इससे रोजगार के 2,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसरों का सृजन होगा। इनमें से ज्यादातर रोजगार महिलाओं को मिलेंगे।
एमओयू पर हस्ताक्षर राज्य सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव एस कृष्णन और टाटा पावर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) एवं प्रबंध निदेशक प्रवीर सिन्हा ने किए। इस मौके पर राज्य के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन भी मौजूद थे।
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