
खबर रफ़्तार, लखनऊ : भगवान जगन्नाथ की पवित्र रथ यात्रा आज से पुरी में शुरू हो रही है। इस धार्मिक यात्रा में भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ अपनी मौसी के गुंडिचा मंदिर जाते हैं। हजारों भक्त इस यात्रा में शामिल होने के लिए जगन्नाथ धाम पहुंचते हैं। यह यात्रा 27 जून से शुरू होगी और 8 जुलाई को नीलाद्रि विजय के साथ समाप्त होगी, जब भगवान अपने धाम लौटेंगे। यात्रा शुरू होने से पहले सोने के झाडू से सफाई की जाती है, जिसके पीछे की वजह हम आपको बताएंगे।
सोने के झाडू से सफाई क्यों?
रथ यात्रा शुरू होने से पहले राजवंशज रथ के मार्ग को सोने के झाडू से साफ करते हैं। यह परंपरा लंबे समय से चली आ रही है। पहले राजा स्वयं इस कार्य को करते थे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सोना अत्यंत पवित्र धातु है और देवी-देवताओं की पूजा में इसका विशेष महत्व है। सोने को सुख, वैभव और ज्ञान के कारक ग्रह गुरु से भी जोड़ा जाता है। इसलिए, सोने के झाडू से सफाई करने से यात्रा मंगलमय और शुभ होती है।
जगन्नाथ रथ यात्रा
शुक्रवार यानी की 27 जून से भगवान जगन्नाथ की रथ यात्रा शुरू हो गई है। पुरी धाम में सुबह 6 बजे मंगला आरती हुई। इसके बाद सुबह 9:30 बजे से भगवान को रथ पर बिठाने की धार्मिक विधियां शुरू हुई, और दोपहर 1 बजे के आसपास भगवान रथ पर विराजमान होंगे। दोपहर 3 बजे पुरी के राजपरिवार के गजपति सोने के झाडू से मार्ग की सफाई (बुहारा) करके यात्रा का शुभारंभ करेंगे। इसके बाद भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र के साथ गुंडिचा मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
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