खबर रफ़्तार,काशीपुर : काशीपुर में ज्येष्ठ उप प्रमुख के घर क्रॉस फायरिंग में जख्मी हुए यूपी पुलिस के जवान उत्तराखंड पुलिस को चकमा देकर मुरादाबाद भाग निकले। पांच जवानों के घायल होने के बाद स्थानीय पुलिस ने इन्हें अपनी कस्टडी में लेकर सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां से सभी भाग निकले। डीआइजी नीलेश आंनद भरणे ने इसे गैर जिम्मेदाराना बताया है।
गंभीर अपराध कर रही यूपी पुलिस
डीआईजी ने यूपी पुलिस पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने की बात करते हुए कहा कि हमारे कस्टडी से फरार होने का मामला भी गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। कुंडा के भरतपुर में घटना के बाद स्थानीय पुलिस का सहयोग करते हुए ग्रामीणों ने घायल पुलिस कर्मियों को हमें सौंप दिया था। इलाज के लिए जब इन पुलिस कर्मियों को सरकार अस्पताल लाया गया तो इन लोगों ने नियमों को तोड़ते हुए पुलिस कर्मी को चकमा देकर वहां से गाड़ी लेकर फरार हो गए। इसकी सूचना जब सूर्या चौकी को लगी तो वहां भी इनहें रोकने का प्रयास किया गया लेकिन इन लोगों ने बैरियर तोड़कर वहां से फरार हो गए।
वर्दी न आई कार्ड, घर में घुसकर फायरिंग
कुंडा के भरतपुर गांव पहुंचे डीआइजी नीलेश आंनद भरणे ने गुरुवार को यूपी पुलिस के कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि ऐसी पुलिसिंग कहीं से जायज नहीं हैं। रात में आप अगर दबिश दे रहे हो तो आप कुछ बुनियादी नियमों का पालन करना जरूरी होता है। एक तो कोई वर्दी नहीं, कोई आइ कार्ड नहीं और घर में घुसकर फायरिंग की गई है, यह संगीन अपराध है। महिलाओं के घर होने के बाबजूद घर में घुसकर फायरिंग करना कहीं से उचित नहीं ठहराया जा सकता। मामले में तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
सीसीटीवी में कैद हुई पुलिस कर्मियों के भागने की घटना
यूपी पुलिस की कार्रवाइ पर लगातार सवाल उठ रहे हैं अब तो उत्तराखंड की खाकी ने भी यूपी पुलिस टीम के गैरजिम्मेदराना रवैये को लेकर सवाल उठाने शुरू कर दिए। एसएसपी व डीआइजी ने कहा कि पुलिस कस्टउी से भागने का पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। पुलिस अपने प्रोफेशनल तरीके के लिए जानी जाती है लेकिन इस पूरी घटना में यूपी पुलिस का रवैया बेहद निराशाजनक रहा है।
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