खबर रफ़्तार, लखनऊ: बलरामपुर के छांगुर बाबा और उसके गिरोह के खिलाफ एटीएस की विशेष कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। चार्जशीट में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। छांगुर गिरोह मजबूर महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी करता था।
उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के छांगुर उर्फ जमालुद्दीन को लेकर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। एटीएस की विशेष कोर्ट में छांगुर समेत छह आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। इस चार्जशीट में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। चार्जशीट में बताया गया है कि धर्मांतरण गिरोह का सरगना छांगुर और उसके साथी डेमोग्राफी बदलने के लिए लोगों को इस्लाम अपनाने के लिए प्रलोभन देते थे। यही नहीं वह लोगों को डराते भी थे। इसके अलावा यह बात भी सामने आई है कि छांगुर बाबा का गिरोह मजबूर महिलाओं के साथ दुष्कर्म भी करता था।
हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करता था गैंग
चार्जशीट में एटीएस की ओर से बताया गया कि छांगुर और उसके साथी हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करते थे। वे इस्लाम धर्म को सर्वश्रेष्ठ बताते थे और मजबूर लोगों धर्मांतरण कर इस्लाम अपनाने का फायदा बताते थे। आरोपी इस्लाम में आने के बाद नीतू और नवीन रोहरा का उदाहरण देते थे।
प्रलोभन देकर कराया धर्मांतरण
बताते थे कि कैसे दोनों करोड़पति बन गए। आरोपी बलरामपुर और आसपास के जिलों में जमीन की खरीद फरोख्त करते थे। चार्जशीट के मुताबिक, गिरोह ने आर्थिक रूप से कमजोर और मजबूर लोगों को जहन्नुम का भय दिखाया और प्रलोभन देकर धर्मांतरण कराया।
छांगुर पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म में सहयोग करने का आरोप
यूपी एटीएस ने दूसरी चार्जशीट में कुल 33 गवाहों के बयान दर्ज किए, जिससे गिरोह की कार्यशैली का पता चला। चार्जशीट में छांगुर पर छेड़छाड़ और दुष्कर्म में सहयोग करने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि औरैया निवासी एक पीड़िता के साथ छांगुर ने छेड़छाड़ की और उसके करीबी सहयोगियों ने उससे दुष्कर्म किया।
दुष्कर्म और छेड़छाड़ की शिकार हुईं तीन महिलाएं भी गवाह
एक अन्य पीड़िता ने बलात्कार, जातीय अपमान किए जाने का बयान दिया है। एटीएस ने पुलिसवालों के अलावा धर्मांतरण, दुष्कर्म और छेड़छाड़ की शिकार हुईं तीन महिलाओं को भी गवाह बनाया है। एटीएस के कुल 33 गवाहों में संचित कुमार, राम नरेश मौर्य, नरेंद्र कुमार, जग प्रसाद, मनोज कुमार, छांगे उर्फ सागर, रमेश चंद्र और नंदराम शामिल हैं।
जबरन धर्मांतरण का प्रयास
इनमें अधिकांश का या तो धर्मांतरण हुआ या जबरन धर्मांतरण का प्रयास किया गया है। एटीएस को विवेचना के दौरान छांगुर के पास से धार्मिक प्रचार सामग्री, शिजरए तैयबा की पुस्तकें, पम्पलेट मिले हैं। इनमें इस्लाम धर्म की अच्छाइयां, हिंदू धर्म की बुराइयां व हिंदू धर्म को अपमानित करने वाले स्लोगन लिखे मिले हैं।
बैंक खातों में विदेशी फंडिंग के साक्ष्य
चार्जशीट में आरोप है कि गिरोह का उद्देश्य भारत की जनसंख्या का संतुलन बदलकर इस्लामिक राष्ट्र बनाना और शरीयत आधारित कानून लागू करना था। गिरोह के बैंक खातों में विदेशी फंडिंग के साक्ष्य भी मिले हैं।
पहले हो चुकी दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर
नवीन रोहरा के खाते में दुबई से 23.61 करोड़ आए, जिनमें से बड़ी राशि कोर्ट के कर्मचारी राजेश उपाध्याय समेत अन्य आरोपियों के खातों में ट्रांसफर की गई। बताते चलें कि इसके पहले एटीएस ने गिरोह से जुड़े दो आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी। चार्जशीट में बताया गया है कि अभी अन्य आरोपियों के खिलाफ विवेचना चल रही है।
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