ख़बर रफ़्तार, आगरा : उत्तर प्रदेश के आगरा में नेशनल हाईवे पर मंगलवार को दो हादसों में दो की जान चली गई, जबकि तीन लोग घायल हो गए। रामबाग फ्लाईओवर पर बाइक की टक्कर से दूसरी बाइक पर सवार दो युवक सड़क पर गिर गए। तभी पीछे से आ रहे भारी वाहन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। दोनों दिल्ली से बाइक पर शिकोहाबाद जा रहे थे। वहीं दोपहर में स्कूल बस की टक्कर से लगने से बाइक सवार एक युवक की मौत हो गई, जबकि उसके साथ बाइक पर बैठे दो छात्र घायल हो गए।
पहला हादसा मंगलवार तड़के 4 बजे हुआ। शिकोहाबाद निवासी जितेंद्र (28) दिल्ली स्थित रक्षा मंत्रालय में बनी कैंटीन के निजी कर्मचारी थे। बरहन स्थित गांव भूनगरिया निवासी सचिन दिल्ली स्थित एक मॉल में नौकरी करता है। जितेंद्र और सचिन दोस्त हैं। परिवार के लोगों ने पुलिस को बताया कि दोनों सोमवार रात एक बजे घर के लिए बाइक से निकले थे।
वह दोनों रामबाग फ्लाईओवर पर आए थे। तभी पीछे से आती एक बाइक की उनकी बाइक में टक्कर लग गई। टक्कर से दोनों उछलकर सड़क पर गिरे। इसके बाद पीछे से आया अज्ञात वाहन बाइक के साथ जितेंद्र को कुचलता हुआ निकल गया, जिससे बाइक क्षतिग्रस्त हो गई।
वहीं बाइक चला रहे जितेंद्र की मौत हो गई। उसका शरीर भी दो भाग में बंट गया। हादसे के बाद जाम लग गया। सूचना पर पुलिस पहुंची। घायल सचिन को अस्पताल में भर्ती कराया। घटना की जानकारी पर परिवार में कोहराम मच गया। थाना प्रभारी निरीक्षक का कहना है कि परिजन ने एक बाइक से टक्कर लगने से हादसा होने की बात तहरीर में लिखकर दी है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया है। वाहन की पहचान के प्रयास किए जा रहे हैं।
दूसरा हादसा अपराह्न 3 बजे सिकंदरा चौराहे से आगे भावना एस्टेट कट पर हुआ। थाना प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शास्त्रीपुरम तिकोनिया पार्क निवासी सुमित (19), माधव (18) और राघव दुबे (16) एक ही बाइक से सिकंदरा से गुरुद्वारा गुरु का ताल की तरफ जा रहे थे। भावना एस्टेट कट पर मिल्टन स्कूल की बस से टक्कर ल गई। हादसे में तीनों गंभीर घायल हो गए।
उन्हें नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से सुमित को रेफर कर दिया। इस पर पुलिस उसे एसएन मेडिकल कॉलेज इमरजेंसी ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया। वहीं उसमें सवार 25 बच्चों को दूसरे वाहन से घर भेजा गया। घायल छात्र हैं। वह पढ़ाई के लिए किराये के मकान में रहे हैं। सुमित मकान मालिक का बेटा था।
संयोग से बच गया सचिन
परिजन ने बताया कि जितेंद्र की छह वर्ष पहले ही शादी हुई थी। उसकी दो बेटियां हैं। परिवार में कोहराम मचा हुआ है। पत्नी रिशा के आंसू नहीं रुक रहे हैं। घायल सचिन ने परिजन को बताया कि वह संयोग से बच गया। वह अक्सर बाइक पर ही घर आते थे। रामबाग फ्लाईओवर पर तेजी से एक वाहन आया। वह उसे देख नहीं सके। टक्कर से जितेंद्र ट्रक के पहियों के नीचे आ गए, जबकि वह एक तरफ गिरा। वह साइड में गिरने की वजह से बच गए।
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