तीन साल से उत्तराखंड में पीसीएस की नई भर्ती का प्रस्ताव ही नहीं, आयोग और युवाओं को इंतजार

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खबर रफ्त्तार, देहरादून:  प्रदेश में तीन साल से राज्य लोक सेवा आयोग को नई भर्ती का प्रस्ताव नहीं मिला, जिससे पीसीएस की तैयारी कर रहे युवाओं का इंतजार बढ़ता जा रहा है। हर साल पीसीएस भर्ती का दावा धरातल पर नजर नहीं आ रहा है।

राज्य लोक सेवा आयोग ने पिछले साल भर्तियों के कैलेंडर में पीसीएस प्री परीक्षा इस साल दो जुलाई और मुख्य परीक्षा 11-15 दिसंबर को प्रस्तावित की थी। तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. राकेश कुमार ने हर साल पीसीएस भर्ती का दावा भी किया था, लेकिन सरकार के पास इतने पद ही खाली नहीं थे। 2020 में 318 पदों के लिए पीसीएस भर्ती का प्रस्ताव राज्य लोक सेवा आयोग को भेजा गया।

इसी आधार पर भर्ती प्रक्रिया चल रही है, लेकिन तीन साल से सरकार ने आयोग को नई भर्ती का कोई प्रस्ताव नहीं भेजा। युवाओं ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की तो आयोग ने प्रस्ताव नहीं आने की बात स्वीकारी। उधर, आयोग के सचिव गिरधारी सिंह रावत का कहना है कि नई पीसीएस या लोवर पीसीएस भर्ती का प्रस्ताव अभी तक शासन से नहीं मिला है। जैसे ही आएगा, भर्ती की प्रक्रिया की जाएगी।

हिमाचल में हर साल पीसीएस भर्ती निकलती है, जिससे युवा बड़ी संख्या में सपने पूर कर रहे हैं, लेकिन उत्तराखंड में हर साल यह भर्ती नहीं निकल पाती। पूर्व में भी खुद शासन ये मान चुका कि पीसीएस के इतने पद ही रिक्त नहीं हो रहे। अभ्यर्थियों का कहना है कि नई भर्ती के इंतजार में ही उम्र निकली जा रही है। बता दें कि राज्य में 23 साल में केवल छह पीसीएस भर्तियां पूरी हुई हैं, सातवीं चल रही है।

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