ख़बर रफ़्तार, देहरादून: उत्तराखंड चारधाम की यात्रा 10 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही शुरू हो जाएगी. खास बात यह है कि 10 मई को ही बाबा केदारनाथ के भी कपाट खुल रहे हैं. 10 मई से शुरू होने जा रही चारधाम यात्रा को लेकर संबंधित विभाग व्यवस्थाओं को मुकम्मल करने में जुटे हुए हैं.
इसी क्रम में श्रद्धालुओं को साफ और शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध हो, इसके लिए खाद्य सुरक्षा विभाग ने चेकिंग अभियान शुरू कर दिया है. चारधाम यात्रा मार्गों पर मौजूद होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट में चेकिंग के लिए गढ़वाल और कुमाऊं रेंज के लिए दो टीमें गठित की गई हैं. कुमाऊं रेंज में 6 जिले आते हैं तो गढ़वाल रेंज में 7 जिले आते हैं.
खाद्य सुरक्षा विभाग चाहता है कि चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को साफ सुथरा और शुद्ध भोजन मिल सके. इसके लिए टीमें लगातार चेकिंग कर रही हैं. खाद्य संरक्षा आयुक्त डॉ आर राजेश कुमार ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य विभाग का विंग खाद्य संरक्षा विभाग अधिक सक्रिय रहता है. हालांकि, साल भर चेकिंग अभियान चलता रहता है. लेकिन चारधाम यात्रा के दौरान विभाग की जिम्मेदारी बढ़ जाती है. जो यात्री उत्तराखंड चारधाम यात्रा पर आ रहे हैं, उनके स्वास्थ्य का ख़्याल रखा जा जाए. जिसके तहत चारधाम यात्रा रूट पर मौजूद होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट से फूड सैंपल लिये जाते हैं और चेकिंग की जाती है.
डॉ आर राजेश कुमार ने कहा कि फूड सैंपल लेने और रेंडम चेकिंग के लिए टीम गठित कर दी गई है. फूड सैंपल वैन के जरिए चेकिंग की जा रही है. फूड सैंपल का रिपोर्ट जल्द से जल्द प्राप्त हो, इसके लिए एफडीए के ऑफिस में भी फूड टेस्टिंग लैब बनायी गयी है. जिसको नोटिफाई किया जा रहा है. भारत सरकार से भी बातचीत हो गई है. लिहाजा जल्द ही फूड टेस्टिंग इक्विपमेंट भी प्राप्त हो जाएंगे. जिसके बाद देहरादून में भी फूड सैंपल्स की टेस्टिंग की जा सकेगी.
बता दें कि वर्तमान समय में अभी तक फूड सैंपल को जांच के लिए रुद्रपुर लैब में भेजा जाता है. जहां से परिणाम आने में काफी समय लग जाता है. जिसके चलते देहरादून में फूड लैब खोलने की प्रक्रिया जारी है. ऐसी उम्मीद है कि चारधाम यात्रा 2024 से पहले फूल लैब खुल जाएगी और खाद्य पदार्थों में मिलावट की जांच इस लैब में शीघ्र होगी.
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