खबर रफ़्तार, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में मदरसा शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार को लेकर मंगलवार को आयोजित एक बैठक में बुद्धिजीवियों ने अपने विचार और सुझाव समिति के समक्ष रखे। इंदिरा भवन में हुयी इस बैठक में मदरसे से जुड़े अहम व्यक्तियों को बुलाया गया था।
बैठक को इसलिए भी काफी अहम माना जा रहा है क्योंकि मदरसा शिक्षा नीति में व्यापक सुधार को लेकर खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों दिशा निर्देश जारी किए थे। अब बैठक की रिपोर्ट जल्द ही मुख्यमंत्री को भी भेजी जाएगी। मदरसा शिक्षा में सुधार के लिए हाल ही में एक कमेटी बनाई गई थी।
इसकी बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई है। बैठक में अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के निदेशक अंकित अग्रवाल भी शामिल हुए। प्रिंसिपल और टीचरों ने मदरसा शिक्षा में बदलाव को लेकर अपने अपने सुझाव समिति के सामने रखे।प्रदेश सरकार ने फिलहाल मदरसों में नियुक्ति को लेकर रोक लगाई है।
मदरसा शिक्षा नीति 2016 को बदलने की बात भी चल रही है। मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों के अच्छे भविष्य के लिए इसे काफी अहम माना जा रहा है। इसी को ध्यान में रखकर मदरसा शिक्षा में सुधार के लिए जिले स्तर से सुझाव मांगे गए थे। एक महीने का समय का समय दिया गया था।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदरसा शिक्षा में व्यापक सुधार को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी जिसमें मदरसों के पाठ्यक्रम में बदलाव के साथ ही मदरसा शिक्षकों और कर्मचारियों की नियुक्तियों की योग्यता में बदलाव की बात उठी थी। तब मुख्यमंत्री ने निर्देश के बाद ही अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक की अध्यक्षता में एक समिति गठित की गई थी।
यही समिति मदरसों के संचालन और वहां पढ़ने वाले छात्रों के भविष्य को लेकर जरूरी बदलावों पर अपनी रिपोर्ट देगी। समिति में बेसिक शिक्षा, माध्यमिक शिक्षा, वित्त, न्याय और अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के विशेष सचिव सदस्य के तौर पर शामिल हैं।
टीचर्स एसोसिएशन मदरसे अरबिया उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष दीवान साहब जमा ने कहा “ समिति की तरफ से आज बैठक बुलाई गई थी। बैठक में पूरे प्रदेश से लोग पहुंचे हुए थे। लोगों ने अपने अपने सुझाव समिति के सामने रखे हैं। संगठन का मानना है कि मदरसा शिक्षा के मूल स्वरूप को बरकरार रखते हुए सरकार शिक्षा में व्यापक सुधार करे। हम उसका स्वागत करते हैं। हम चाहते हैं कि बाकी बोर्ड के बच्चों की तरह ही मदरसा के बच्चों को भी अच्छी तालीम मिले लेकिन इसके मूल स्वरूप से छेड़छाड़ न हो।”
जमा ने कहा “ बैठक में अल्पसंख्यक विभाग के निदेशक समेत समिति के सभी सदस्य मौजूद थे। सुझावों के आधार पर समिति अपनी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजेगी। अंतिम फैसला सीएम को ही लेना है। हमें उम्मीद है कि मदरसा शिक्षा की बेहतरी के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।”
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