खबर रफ़्तार ,हल्द्वानी : पुलिस ने कुमाऊं ज्वेलर्स मालिक के बेटे राजीव वर्मा पर फायरिंग के मुख्य आरोपित मनोज अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया है। उस पर 20 हजार रुपए का इनाम था। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त 315 बोर का तमंच, कारतूस व रंगदारी मांगने वाले मोबाइल को बरामद कर लिया। आरोपित ने पुलिस को बताया कि पुरानी रंजिश के चलते उसने राजीव पर जानलेवा हमले करने की नियत से फायरिंग की थी।
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दो नवंबर को राजीव वर्मा पर की गई थी फायरिंग
मंगलवार को पुलिस बहुउद्देशीय भवन में एसपी क्राइम डा. जगदीश चंद्र ने बताया कि दो नवंबर को कुमाऊं ज्वेलर्स मालिक के बेटे राजीव दुकान बंद कर अपने घर हीरानगर पहुंचे थे। इसी बीच बाइक सवार मनोज अधिकारी ने उस पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें वह बच गए थे। वारदात के बाद मनोज अधिकारी एक अन्य साथी के साथ बाइक से फरार हो गया था।
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शूटआउट में केलाखेड़ा से पकड़े गए थे दो आरोपित
एसपी ने बताया कि इस प्रकरण में चार लोगों के नाम सामने आए थे। बेरिया दौलत केलाखेड़ा निवासी गुरदीप सिंह व गदरपुर निवासी देवेंद्र सिंह को उधम सिंह नगर के बरा सितारगंज से गिरफ्तार कर लिया गया था। जबकि गौजाजाली निवासी मनोज अधिकारी व गुलरभोज निवासी रमन कपूर उर्फ जिम्मी फरार हो गए थे दोनों पर एसएसपी पंकज भट्ट ने 20 हजार का इनाम घोषित किया था।
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हॉटस्पॉट लेकर वाट्सएप कॉल करता था मनोज
एसपी ने बताया कि आरोपितों की तलाश में उधम सिंह नगर, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश व नेपाल तक तलाश की गई। अपनी लोकेशन को छुपाने के लिए आरोपित अलग-अलग स्थानों पर हॉटस्पॉट लेकर वाट्सएप कॉल करते थे। ताकि वह ट्रेस होने से बच सकें। मंगलवार की सुबह पुलिस ने मनोज अधिकारी को बेलबाबा के पास से गिरफ्तार कर लिया। उसका दूसरा साथी रमन फरार है।
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राजीव वर्म व पंकज वर्मा के कारण गई थी नौकरी
मनोज ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि राजीव वर्म व पंकज वर्मा के साथ उसकी पुरानी रंजिश है। इन दोनों के चक्कर से उसकी नौकरी चली गई थी। इसकी भरपाई करने के लिए वह उनसे रंगदारी मांग कर धमकियां दे रहा था। जेल में बंद रहने के दौरान ही उसकी गुरदीप व देवेंद्र से पहचान हुई थी। इसके बाद सभी ने मिलकर इस साजिश को रचा। पुलिस टीम में कोतवाली हरेंद्र चौधरी, कालाढूंगी थानाध्यक्ष नंदन सिंह रावत, बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी व एसओजी प्रभारी राजवीर सिंह नेगी आदि मौजूद रहे।
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