
खबर रफ़्तार, शिमला : इस मानसून सीजन में 20 जून से अभी तक 98 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। 178 लोग घायल हुए हैं।
हिमाचल प्रदेश के कई भागों में बारिश का दाैर लगातार जारी है। जगह-जगह भूस्खलन से प्रदेश में सोमवार सुबह 10:00 बजे तक 209 सड़कें बाधित रहीं। इसके अतिरिक्त 139 बिजली ट्रांसफार्मर व 745 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। आपदा प्रभावित मंडी जिले में 13 दिनों बाद भी 157 सड़कें व 133 जल आपूर्ति स्कीमें ठप हैं।
वहीं कांगड़ा जिले के धर्मशाला, नूरपुर व देहरा उपमंडल में 612 जल आपूर्ति योजनाएं प्रभावित हैं। वहीं मंडी-कुल्लू नेशनल हाईवे 4 मील के पास भूस्खलन के कारण फिर बाधित हो गया। मार्ग के बार-बार बंद होने से कुल्लू और मनाली की ओर जाने वाले यात्रियों व पर्यटकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
1227 कच्चे-पक्के घर क्षतिग्रस्त
इस मानसून सीजन में 20 जून से अभी तक 98 लोगों को जान गंवानी पड़ी है। 178 लोग घायल हुए हैं। 34 लोग अभी भी लापता हैं। 41 लोगों की सड़क हादसों में माैत हुई है। अब तक अचानक बाढ़ की 31, बादल फटने की 22 व भूस्खलन की 18 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ से अब तक 1227 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 788 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 954 पशुओं की माैत हुई है। नुकसान का कुल आंकड़ा 77,096.37 लाख रुपये पहुंच गया है।
+ There are no comments
Add yours