ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूूस्‍खलन के कारण हुआ बंद, साढ़े तीन घंटे फंसे रहीं दो बरात

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ख़बर रफ़्तार, कंडीसौड़: ऋषिकेश- गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग कंडीसौड़ के पास स्यांसू में सुबह करीब साढ़े तीन घंटे तक बाधित रहा। हाईवे बाधित होने से दो बरात व एक दर्जन वाहन मार्ग पर फंसे रहे जिस कारण बरातियों को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ी। बिना बरसात के ही पहाड़ी से भूस्खलन होने से आने वाले वाली बरसात में चुनौती और बढ़ जाएगी।

बुधवार सुबह करीब आठ बजे ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्यांसू में मलबा आने से बंद हो गया। इस दौरान दो बरात व एक दर्जन से अधिक वाहन मार्ग पर फंसे रहे। खास बात यह है कि बिना वर्षा के ही यहां पर भूस्खलन हो रहा है।
आलवेदर कार्य में लगी एबीसीआइ कंपनी ने दो घंटे बाद एक जेसीबी मशीन भेजकर इतिश्री कर दी। इस गैर जिम्मेदाराना कार्य से राष्ट्रीय राजमार्ग पर दर्जनों वाहन साढ़े तीन घंटे तक फंसे रहे। जिससे बरात समय पर गंतव्य तक नहीं पहुंच पाई। स्थानीय बीआरओ के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा फोन तक नहीं उठाया गया। किसी तरह जेसीबी मशीन ने डेढ़ घंटे में मलबे के ऊपर रैंप तैयार किया तब जाकर साढ़े तीन घंटे बाद जोखिम के साथ वाहन निकाले गए और करीब 11.30 बजे हाईवे पर आवागमन हो पाया।

इस दौरान बरातियों व स्थानीय निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। बरात में जा रहे बीज बचाओ आंदोलन के प्रणेता विजय जड़धारी का कहना है कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर इस प्रकार की लापरवाही चिंताजनक है। शादियों का सीजन होने के साथ ही चारधाम यात्रा प्रारंभ होने वाली है और राष्ट्रीय राजमार्ग के यह हाल है तो कैसे देवभूमि में सुगम तीर्थाटन और पर्यटन सम्भव होगा। शासन प्रशासन को यह स्थिति गंभीरता से लेनी चाहिए।

चारधाम यात्रा प्रारंभ होने वाली है लेकिन अभी तक बीआरओ द्वारा स्थाई उपचार का कोई प्रयास नहीं किया गया है। पिछले चार वर्षों से ऑलवेदर रोड निर्माण का कार्य गतिमान है लेकिन एबीसीआई कंपनी भी लापरवाह बनी हुई है जिससे बार बार यातायात बाधित होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिस तरह से बिना वर्षा के भूस्खलन हो रहा है आने वाले बरसात व यात्रा सीजन में मुश्किलें बढ़ जाएंगी।

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