
खबर रफ़्तार, सुलतानपुर : जिले में छात्र नामांकन 50 से कम वाले विद्यालयों को लेकर शिक्षा विभाग ने बड़ा कदम उठाया है। अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन एवं महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देशों के क्रम में “पेयरिंग ऑफ स्कूल” योजना के तहत जिले के 73 विद्यालयों को आपस में जोड़ा गया है। यह निर्णय स्थानीय परिस्थितियों, आवश्यकताओं एवं संसाधनों के समुचित उपयोग के दृष्टिगत लिया गया है।
सोशल मीडिया पर शिक्षक संगठनों व शिक्षक नेताओं के विरोध के बीच कम छात्र संख्या वाले विद्यालयों की पेयरिंग शुरू हो गई है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि जिले में कुल 444 ऐसे प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय चिन्हित किए गए हैं, जिनमें छात्र संख्या 50 से कम है। खंड शिक्षा अधिकारियों द्वारा इन विद्यालयों में से 94 स्कूलों का पेयरिंग हेतु प्रस्ताव बीएसए कार्यालय को उपलब्ध कराया गया था।
समीक्षा उपरांत इनमें से 73 विद्यालयों की पेयरिंग का आदेश जारी कर दिया गया है, जबकि शेष प्रस्तावों पर परीक्षण जारी है। बीएसए उपेंद्र गुप्ता ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य विद्यालयी शिक्षा में नवाचार के साथ-साथ भवन, कक्षा-कक्ष, आईसीटी उपकरण जैसे संसाधनों का समुचित उपयोग सुनिश्चित करना है। इससे शिक्षकों की तैनाती, शैक्षणिक गुणवत्ता एवं प्रशासनिक कार्यों में भी सुधार होगा।
जल्द ही शेष विद्यालयों पर भी होगा निर्णय
बीएसए ने बताया कि शेष विद्यालयों के पेयरिंग प्रस्तावों पर परीक्षण जारी है और उनकी स्थिति स्पष्ट होने के बाद अगला निर्णय लिया जाएगा। शिक्षा विभाग का मानना है कि इस पहल से ग्रामीण व दूरस्थ क्षेत्रों के बच्चों को बेहतर शैक्षिक वातावरण मिल सकेगा।
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