
ख़बर रफ़्तार, आगरा: लघु वाद न्यायालय में विचाराधीन योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट के प्रभु श्रीकृष्ण विग्रह, श्री भगवान श्रीकृष्ण लला विराजमान आदि बनाम उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड आदि केस में सोमवार को सुनवाई हुई।
वादी व अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि 29 मार्च को हुई सुनवाई में उन्होंने सिविल प्रक्रिया संहिता के अधीन सचिव- संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार को विपक्षी बनाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया था। इस पर आज विपक्षी जामा मस्जिद पक्ष ने आपत्ति दाखिल कर दी।
अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि जामा मस्जिद की सीढ़ियों का जीपीआर सर्वे कराने का प्रार्थना पत्र अभी विचाराधीन है। विपक्षी उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड आज भी उपस्थित नहीं हुआ। माननीय न्यायालय ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड को अंतिम अवसर दिया है। सुनवाई की अगली तिथि तीन मई नियत की गई है।
आज हुई सुनवाई में विपक्षी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को वाद पत्र की प्रतिलिपि उपलब्ध करवाई गई। इसे उसके अधिवक्ता विनोद कुमार शर्मा ने रिसीव किया। भगवान श्रीकृष्ण बनाम इंतजामिया कमेटी के वाद में सुनवाई की अगली तिथि 3 मई नियत की गई है। वर्तमान में प्रभु श्रीकृष्ण विग्रह के दो वाद माननीय न्यायाधीश श्री मृत्युंजय कुमार श्रीवास्तव के न्यायालय में विचाराधीन हैं।
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