ख़बर रफ़्तार, उत्तरकाशी: उत्तरकाशी टनल हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए पिछले 13 दिनों से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। बार-बार बाधाएं आने से ये इस ऑपरेशन में अब तक 13 दिन लग गए और अब 14वें दिन भी आस लगी है। इसी बीच अब टनल के अंदर फंसे श्रमिकों की तबीयत भी बिगड़ने लगी है।
पिछले 13 दिनों से सुरंग में फंसे कुछ श्रमिकों में हल्का बुखार, आंखों में जलन जैसी शिकायतें सामने आई हैं। फिजिशियन और मनोचिकित्सक निरंतर श्रमिकों का हालचाल जान रहे हैं और उनकी शिकायतों का निदान करने के साथ जरूरी दवाएं भी दी जा रही हैं।
कुछ श्रमिकों को होने लगी है दिक्कत
सिलक्यारा में तैनात चिकित्सक डा. प्रेम पोखरियाल ने बताया कि सुरंग में फंसे श्रमिकों का हौसला बरकरार है और वह तनाव मुक्त हैं। शुक्रवार दोपहर फिजिशियन डा. पोखरियाल और मनोचिकित्सक डा. प्रिया त्यागी ने सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों से बात कर उनका हालचाल जाना।
तीन से चार श्रमिकों ने स्वास्थ्य संबंधित परेशानी बताई। उन्हें जरूरी दवाएं दी गई। सुरंग में स्थापित आडियो कम्युनिकेशन सेटअप के माध्यम से अंदर फंसे श्रमिकों से बात कर चिकित्सकों ने उनका उत्साहवर्धन किया।
श्रमिकों को भिजवाई गई दवाइयां
डा. पोखरियाल ने बताया कि ओआरएस व विटामिन्स समेत अन्य दवाएं श्रमिकों के लिए भिजवाई गई। उन्होंने श्रमिकों को सलाह दी कि नियमित योग करें, आपस में किस्से-कहानी सुनाएं, पर्याप्त नींद लें और सुरंग के खाली स्पेस में टहलें। बताया कि ऑडियो कम्युनिकेशन सेटअप से श्रमिकों के साथ काफी अच्छे तरीके से बात हो रही है।
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