ख़बर रफ़्तार, नैनीताल: उत्तराखंड में सर्दी के प्रकोप से लोगों का हाल-बेहाल है। भयंकर ठंड के बीच अलाव या अंगीठी जलाकर लोग किसी तरह खुद को बचा रहे हैं। खैर यही अंगीठी जानलेवा भी साबित हुई है। नैनीताल में अंगीठी जलाकर सो रहे दो मजदूरों की मौत हो गई।
24 घंटे तक स्वजनों से संपर्क नहीं हो पाने के बाद पुलिस ने देर रात कमरे का दरवाजा तोड़ा तो तीनों को बेसुध अवस्था में पड़ा पाया। मृतक के स्वजनों को घटना की जानकारी दे दी गयी है।
अंगीठी कमरे में रखकर सो गए मजदूर
जानकारी के मुताबिक बदायूं निवासी राजकुमार, अवनीश और शाहजहांपुर निवासी मोनन्दर नैनीताल में दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करते हैं। रविवार रात को तीनों ने कमरे में पहुंचकर अंगीठी में आग जलाई। रात को खाना खाने के बाद तीनों अंगीठी भीतर ही रखकर सो गए। रात को तीनों की हालत बिगड़ी और वह बेसुध हो गए।
पुलिस के साथ पहुंचा ठेकेदार
सोमवार सुबह तीनों के स्वजनों ने फोन पर उनसे संपर्क करना चाहा। मगर कई बार फोन करने के बावजूद फोन नहीं उठा। जिससे स्वजन परेशान हो उठे। उन्होंने ठेकेदार से संपर्क किया तो उसने हल्द्वानी होने की बात कही। किसी अनहोनी की आशंका के चलते सोमवार रात करीब 12 बजे नैनीताल पहुंच ठेकेदार पुलिस की मौजूदगी में मजदूरों के कमरे तक पहुंचा। जहां कमरा भीतर से बंद मिला।
दरवाजा खोला तो बेसुध पड़े थे मजदूर
कई बार आवाज देने के बाद भी जब कमरा नहीं खुला तो पुलिस दरवाजा तोड़कर भीतर पहुंची। जहां तीनों मजदूर बेसुध अवस्था में बिस्तर पर पड़े हुए थे। आनन-फानन में पुलिस तीनों को लेकर बीडी पांडे अस्पताल पहुंची। जहां चिकित्सकों ने बदायूं निवासी 21 वर्षीय राजकुमार व 24 वर्षीय अवनीश को मृत घोषित कर दिया। वही शाहजहांपुर निवासी 21 वर्षीय मोनन्दर की गंभीर हालत को देखते हुए उसे सुशीला तिवारी अस्पताल रेफर कर दिया गया है।
अंगीठी की वजह से गई जान
डा हाशिम अंसारी ने बताया कि प्रथम दृष्टिया मामला अंगीठी की गैस लगने से मौत होने का लग रहा है। एसएसआई दीपक बिष्ट ने बताया कि दोनों शवों को मोर्चरी में रखवा कर मृतकों के स्वजनों को सूचित कर दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के स्पष्ट कारणों का पता लग पाएगा।
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