
खबर रफ़्तार, भीमताल: इन दिनों नैनीताल में डर का माहौल है। भीमताल में नरभक्षी जानवर का खौफ ऐसा है कि लोग अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं। विकास खंड भीमताल के अलचौना क्षेत्र के ताड़ा गांव में नरभक्षी का खौफ कम नहीं हो पा रहा है। पिछले कई दिनों से इसने कई लोगों को अपना शिकार बनाया। अब तक ये साफ नहीं हो पाया है कि ये नरभक्षी गुलदार है या फिर बाघ है। आलम ये है कि कई ग्रामीणों ने शुक्रवार को अपनी गायों को बाजपुर गोशाला भेज दिया है।
कैलाश चंद्र ने बताया कि उनके पास तीन ही गाय थीं। भारी मन से गायों को बाजपुर गौशाला भेज रहे हैं। चारा मिल नहीं पा रहा है और जान को खतरे में डालकर कोई जंगल नहीं जाना चाहता। किशनानंद ने कहा कि गांव वाले अपने मवेशियों को गोशाला भेज रहे है। इस स्थिति में ग्रामीणों को भी पलायन करना होगा। जय प्रकाश भट्ट का कहना है कि मवेशी को गौशाला में भेजने के लिए भी 5000 रुपये लग रहे है। ऐसे में पालना भी मुश्किल है और भेजना भी।
प्रभावित गांवों में सब्सिडी पर दिया चारा
क्षेत्र में नरभक्षी प्रभावित गांवों में नैनीताल दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड लालकुआं की ओर से मवेशियों के लिए 100 बैग भूसा और 25 क्विंटल साइलेज हरा चारा सब्सिडी पर वितरित किया गया। ग्राम प्रधान राधा कुल्याल ने दुग्ध उत्पादकों से नरभक्षी के पकड़े जाने या ट्रेंकुलाइज होने तक जंगल न जाने की अपील की।
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गुलदार के खौफ से राजभवन में गोल्फ की प्रैक्टिस बंद
गुलदार के आतंक की वजह से राजभवन में पिछले एक सप्ताह से गोल्फ की प्रैक्टिस बंद है। यहां तक कि रखरखाव कार्यों को भी समूह में किया जा रहा है। राजभवन गोल्फ क्लब के कैप्टन कर्नल हरीश साह के अनुसार क्षेत्र में गुलदार का आतंक है। आशंका है कि भीमताल क्षेत्र से भी गुलदार विचरण करता आ सकता है, ऐसे में गोल्फ मैदान पर प्रैक्टिस बंद की गई है।
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