खबर रफ़्तार, नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आरएमएल अस्पताल को भी अत्याधुनिक बनाने का मास्टर प्लान तैयार किया गया है।अस्पताल प्रशासन ने यह मास्टर प्लान का प्रारूप तैयार कर हाल ही में इसे स्वीकृति के लिए मंत्रालय में भेजा है। यदि सब कुछ ठीक रहा और योजना परवान चढ़ी तो आरएमएल अस्पताल की बेड क्षमता भी दोगुनी हो जाएगी।
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दिल्ली के बड़े अस्पतालों में होती है RML की गिनती
आरएमएल अस्पताल की गिनती राष्ट्रीय राजधानी के बड़े अस्पतालों में होती है। मौजूदा समय में इस अस्पताल की बेड क्षमता करीब 1530 है। एम्स और सफदरजंग अस्पताल के बाद यह राजधानी का तीसरा अस्पताल है जहां कैंसर की रेडियोथेरेपी को छोड़कर हर बीमारी के इलाज की सुविधा है।
इस अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन करीब आठ हजार मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं। इसलिए इसके विस्तार की जरूरत महसूस की जा रही है। पहले चरण के विस्तार के लिए मौजूदा समय में 550 बेड का एक सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक निर्माणाधीन है, जो अगले वर्ष अप्रैल में तैयार हो जाएगा।
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बेड क्षमता तीन हजार करने का है प्रस्ताव
दूसरे चरण के विस्तार परियोजना के लिए अस्पताल प्रशासन ने एक अलग मास्टर प्लान तैयार कर मंत्रालय भेजा है। इसके तहत इसकी बेड क्षमता चरणबद्ध तरीके से बढ़ाकर करीब तीन हजार करने का प्रस्ताव किया गया है। इसके तहत स्त्री रोगों और बच्चों के इलाज के लिए मातृ एवं शिशु ब्लॉक भी बनाने का प्रविधान किया गया है।
इसके अलावा पुराने ब्लाक को तोड़कर चरणबद्ध तरीके से बहुमंजिले ब्लाक बनाने का प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा एक और नए सुपर स्पेशियलिटी ब्लाक बनाने का प्रविधान किया गया है। इस मास्टर प्लान को अभी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से हरी झंडी मिलना बाकी है। इसके बाद इस योजना पर आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
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