ऊधम सिंह नगर में समाज कल्याण विभाग को पेंशन व छात्रवृत्ति के लिए मिले कई आवेदनों में फर्जी दस्तावेज,कई ग्राहक सेवा केंद्रों पर भी होगी कार्रवाई

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ख़बर रफ़्तार ,रुद्रपुर :  समाज कल्याण विभाग में पेंशन और छात्रवृत्ति के लिए मिले आवेदन में कईयों के दस्तावेज फर्जी मिले हैं। इस मामले में करीब 40 आवेदन संदिग्ध मिलने पर विभाग उन आवेदनों को अलग कर अब जांच कराने के लिए तैयारी में है।

 

 

विभाग की ओर से मिले आवेदन और कुछ पूर्व में पेंशनधारियों के आवेदन प्रपत्राें का सत्यापन कराया गया। जिसमें सैकड़ों आवेदन में आय प्रमाण पत्र, आधार कार्ड आदि दस्तावेज फर्जी लगे हैं। इनपर जांच के लिए विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस विभाग में शिकायत की जाएगी।

 

 

ऊधम सिंह नगर में फर्जी दस्तावेज लगाकर नौकरी करने का मामला एक के बाद एक अब तक आ रहे हैं। वहीं दूसरी और फर्जी प्रमाण पत्र बनाकर भोली भाली जनता को झांसे में लेकर मोटी रकम कमाने का मामलाें में भी तेजी आ चुकी है।

समाज कल्याण विभाग में कुछ समय से पेंशनधारियों के सत्यापन का कार्य गतिमान था। जिसमें चार सौ के करीब ऐसे लाभार्थी मिले हैं, जिन्होंने नियमानुसार आय की पात्रता न होने के बावजूद फर्जी आय प्रमाण पत्र लगाकर पेंशन का उपभोग कर रहे थे। सत्यापन में इसकी पुष्टि होने पर एक के बाद एक करके करीब 400 लोगों के पेंशन पर रोक लगाने के साथ ही अब उनपर कार्रवाई की तैयारी में जुट गया है।

 

विभाग की ओर से पुलिस प्रशासन को कुछ लोगों पर मुकदमा पंजीकृत कराने के लिए थाने भी गए, लेकिन वहां से पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। अब जिला युवा कल्याण अधिकारी इसकी शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से करेंगे। साथ ही इन 400 फर्जी प्रमाण पत्र को लगाने वाले अपात्रों के विरूद्ध कार्रवाई की तैयारी में हैं।

अमन अनिरुद्ध, जिला समाज कल्याण अधिकारी, ऊधम सिंह नगर ने बताया कि जिले में पेंशनभोगियों ने फर्जी दस्तावेज लगाए हैं। इसकी पुष्टि हुई हे। जिसके बाद करीब चार सौ आवेदन जांच के दायरे में है। उनकी जांच कराई जाएगी। जिसके बाद संबंधित पर कार्रवाई भी की जाएगी।

 

  • पुलिस ने आखिर क्यों नहीं किया मुकदमा पंजीकृत

करीब एक माह के पहले कुछ फर्जी दस्तावेज लगाकर पेंशन लेने वाले और उनका सहयोग करने वाले लोगों की शिकायत के लिए समाज कल्याण विभाग के अधिकरियों ने संबंधित थाना क्षेत्र में शिकायत की थी। मुकदमा पंजीकृत कराने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए थे। इससे पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं।

 

  • कई ग्राहक सेवा केंद्रों पर भी होगी कार्रवाई

विभागीय जानकारी के अनुसार फर्जी मिले आय प्रमाण पत्रों में कईयों पर ग्राहक सेवा केंद्रों के मुहर लगे हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि सीएससी सेंटर रुपये कमाने के चक्कर में फर्जी दस्तावेज तैयार कर रहे हैं। इन पर भी नकेल कसी जाएगी।

 

  • जांच के दायरे में नंदा गौरा आवेदन भी

नंदा गौरा योजना के अंतर्गत कक्षा 12वीं की छात्राओं को छात्रवृत्ति दी जाती है। जिसमें हजारों आवेदन अभी लंबित हैं। बजट के अभाव में उन्हें भुगतान नहीं किया गया है। जबकि पहले के आवेदनकर्ताओं को भुगतान किया जा चुका है। ऐसे में उनमें भी कई आवेदन में फर्जी दस्तावेज लगाने की आशंका व्यक्त की गई है।

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