शौक बड़ी चीज है! सपने पूरे करने के लिए दो दोस्तों ने शुरु की चोरी, इस तरह वारदात को देते थे अंजाम

खबरे शेयर करे -

ख़बर रफ़्तार, रुड़की:  गंगनहर कोतवाली पुलिस ने दो वाहन चोरों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से स्कूटी समेत चोरी के पांच दुपहिया वाहन बरामद किए हैं। पकड़े गए दोनों आरोपित दोस्त हैं और मजदूरी करते हैं।

अपना शौक पूरा करने के लिए दोनों वाहन चोर बन गए। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। गंगनहर कोतवाली पुलिस के मुताबिक 23 अक्टूबर को रजत कुमार निवासी ग्राम मोहम्मदपुर बुजुर्ग थाना लक्सर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसकी बाइक रेलवे स्टेशन के पास से चोरी हो गई।
अपना शौक पूरा करने के लिए दोनों वाहन चोर बन गए। पुलिस इनसे पूछताछ कर रही है। गंगनहर कोतवाली पुलिस के मुताबिक 23 अक्टूबर को रजत कुमार निवासी ग्राम मोहम्मदपुर बुजुर्ग थाना लक्सर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसकी बाइक रेलवे स्टेशन के पास से चोरी हो गई।

पुलिस कर रही थी वाहन चोरों की तलाश

पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं 24 अक्टूबर को अंकुर निवासी कृष्णा नगर गली नंबर 20 सलेमपुर रुड़की और जोनी सैनी निवासी सालियर की बाइक और स्कूटी चोरी होने की शिकायत गंगनहर कोतवाली पुलिस को मिली थी जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर वाहन चोरों की तलाश में थी।

पुलिस को सूचना मिली कि चोरी की बाइक के साथ दो युवक रामपुर चुंगी से बाइक पर सालियर की तरफ जा रहे हैं। सूचना पर पुलिस ने दोनों को धर दबोचा। पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम रवि कश्यप उर्फ रोहित निवासी बंजारो वाली गली गणेशपुर कोतवाली गंगनहर रुड़की तथा सेठपाल उर्फ सन्नी निवासी ग्राम सुनहेटी, थाना झबरेड़ा बताया।

दोनों चोर हैं दोस्त

पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि वह दोनों दोस्त हैं और मजदूरी करते हैं। शौक पूरा करने के लिए दोनों वाहन चोरी करते थे। दोनों की निशानदेही पर नायरा पैट्रोल पंप के पास एक बगीचे में बने खंडहर से एक स्कूटी समेत चार बाइक बरामद की।

आरोपितों ने बताया कि वह अस्पताल और रेलवे रोड जैसे व्यस्तम जगहों पर वाहन चोरी करते थे। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने ने ही रजत निवासी मोहम्मदपुर बुजुर्ग लक्सर, अंकुर निवासी कृष्णानगर, सलेमपुर तथा जोनी निवासी सालियर की बाइक चोरी की थी। पुलिस बरामद हुई दो अन्य बाइकों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।

पहले करते थे रेकी

पुलिस की पकड़ में आए आरोपितों ने बताया कि वह पहले अस्पताल और रेलवे स्टेशन, बैंकों के बाहर खड़े वाहनों पर नजर रखते थे। रेकी करने के बाद ही वह वाहन चोरी करते थे। चोरी के बाद छिपाए गए वाहनों को वह एक-एक कर बेचने की तैयारी में थे। लेकिन, इससे पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

You May Also Like

More From Author

+ There are no comments

Add yours