
ख़बर रफ़्तार, देहरादून: चारधाम पहुंचने वाले श्रद्धालुओं का आंकड़ा 50 लाख पार हो गया। इसके साथ ही चारधाम यात्रा के अभी तक के सभी रिकार्ड टूट गए। हर वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि को आल वेदर रोड की सफलता और पुष्कर सिंह धामी सरकार के यात्रा प्रबंधन के रूप में देखा जा रहा है। सरकार यह मान रही है कि यात्रियों का यह आंकड़ा दिसंबर में वैश्विक निवेशक सम्मेलन में निवेशकों को पर्यटन के क्षेत्र में निवेश के लिए आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
चारधाम यात्रा में आल वेदर रोड का अहम योगदान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm नरेंद्र मोदी) ने 27 दिसंबर, 2016 को अल वेदर रोड की ओर से उत्तराखंड (उत्तराखंड) में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बड़ा और महत्वपूर्ण कदम उठाया था। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य चार धामों यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ के लिए हर मौसम में उपलब्ध है।
इस बारहमासी सड़क परियोजना का कार्य पूरा होने से क्षेत्र और क्षेत्रवासियों को बेहद लाभ मिलेगा। इसके सकारात्मक परिणाम यात्रियों की संख्या में वृद्धि के रूप में दिखाई पड़ रहे हैं। इससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा ही, उत्तराखंड के आर्थिक विकास को भी मजबूती मिलेगी।
सीएम धामी ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए उठाए कई जरूरी कदम
मुख्यमंत्री पुषकर सिंह धामी (सीएम पुष्कर सिंह धामी) ने तीर्थयात्रियों के सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए। इसमें चारों धाम में वैद्यकीय पंजीकरण से लेकर दर्शन तक की अलग-अलग व्यवस्था शामिल है। यात्रा के लिए अधिक संख्या में उन्नत आध्यात्मिक सलाहकार उपलब्ध कराए गए और संतों की एक विशेष टीम के गठन से यात्रा में सहायता मिली। चारधाम (चार धाम) में 50 हेल्थ एटीएम भी स्थापित किए गए हैं, जो तीर्थयात्रियों को टेली-मेडिसिन सेवा प्रदान कर रहे हैं।
चारधाम यात्रा के पिछले तीन वर्षों में श्रद्धालुओं की संख्या का विवरण
वर्ष – यात्रियों की संख्या
2021 – 5.18 लाख (कोविड से बाधित)
2022 – 46.27 लाख
2023 – 50.12 लाख (16 अक्टूबर तक )
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