ख़बर रफ़्तार, देहरादून: रजिस्ट्री फर्जीवाड़े में दून पुलिस को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। मुज्जफरनगर के नामी गैंगस्टर और हिस्ट्रीशीटर विशाल कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विशाल कुमार प्रोपर्टी डीलिंग का काम करता है तथा अभियुक्त के खिलाफ मुजफ्फरनगर में पूर्व से कई अभियोग पंजीकृत है। अभियुक्त का आपराधिक इतिहास है व अभि0 मुजफ्फनगर से हिस्ट्रीशीटर भी है। अभि0 प्रोपर्टी के सिलसिले में देहरादून आया करता था।
वर्ष 2018 में हुई थी मुलाकात
साल 2018 में अभि0 के वकील कमल विरमानी से हुई थी और कमल विरमानी द्वारा ही जाखन में स्वरूप रानी की संपत्ति दिखाई गई थी और यह भी था कि स्वरूप रानी की मृत्यु हो चुकी है और उनकी बेटियाँ विदेश में रहती हैं ।।
कमल विरमानी द्वारा ही विशाल कुमार को वकील इमरान के पास भेजा गया उसके पश्चात विशाल कुमार की मुलाकात के0पी0 से करायी गयी तथा इन सभी ने मिलकर वर्ष 1978 में फर्जी विलेख पत्र बनामकर जाखन स्थित प्रोपटी स्वरूप रानी से विशाल कुमार के पिता मांगेराम के नाम विलेख पत्र बनवाकर उन्हें अपने अन्य सहयोगियों की मदद से रजिस्ट्री कार्यालय में दर्ज करा दिया गया।
दो करोड़ 90 लाख में तय हुआ सौदा
इसके बाद सबसे बड़ी कंपनी राम के नाम से बनी कंपनी वसीयत जाखन स्थित प्रापार्टी में विशाल कुमार का नाम दिखाया गया और बताया गया कि संजय शर्मा के साथ 2 करोड़ 90 लाख रुपये में डील तय हो गई। इसमें शामिल संजय शर्मा से इन लोगों को 45 लाख रुपये मिले।
इन रुपयों को उपरोक्त चारों लोगों द्वारा आपस में बांट लिया गया उक्त प्रापर्टी दाखिल खारिज न होने के कारण इन लोगों द्वारा पुनः उक्त भूमि को दलाल रकम सिंह के माध्यम से देहरादून निवासी कमल जिंदल को बतौर रजिस्ट्री विक्रय कर दी गयी। जिसमें इनको 40 लाख रुपये कमल जिंदल से प्राप्त हुए जिन्हें उपरोक्त सभी लोगों द्वारा आपस में बांट लिया गया।
कब्जे की जानकारी के बाद स्वरूप रानी की बेटी ने दर्ज करवाया मुकदमा
इसके उपरान्त इन लोगों द्वारा उक्त प्रापर्टी पर कब्जे का प्रयास किया जाने लगा जिसकी जानकारी स्वरूप रानी की पुत्री मिनाक्षी सूद व किरन दवे को होने पर इनके द्वारा राजपुर थाने पर अभियुक्तगण विशाल कुमार व संजय शर्मा के विरूद्ध मु0अ0सं0 73/ 2023 दर्ज करवाया गया।
मुकदमा दर्ज होने पर रजिस्ट्री खो जाने की कही बात
मुकदमा दर्ज होने के उपरान्त कमल विरमानी व इमरान की सलाह पर विशाल कुमार व संजय शर्मा द्वारा मूल रजिस्ट्री खो जाने की बात तत्कालीक विवेचक को बतायी गयी साथ ही इनके द्वारा उक्त रजिस्ट्री खो जाने बाबत वर्ष 2022 में मुजफ्फनगर थाना मंडी में गुमशुदगी लिखवायी गयी।
साथ ही मुजफ्फनगर अखबार में भी यह बात छपाई गयी। मूल दस्तावेज प्राप्त न होने के कारण राजपुर थाना पर दर्ज इनके विरूद्ध अभियोग में धारा 420/120बी भादवि0 में आरोप पत्र मा० न्यायालय प्रेषित किया गया।

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