रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान: “हम जो कहते हैं, वही करते हैं”

खबर रफ़्तार, नई दिल्ली: पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल तीन आतंकवादियों को मार गिराने के लिए सेना और सुरक्षा बलों को बधाई देते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि ‘‘हम (सरकार) जो कहते हैं, वही करते हैं।’’

सिंह ने उच्च सदन में ‘‘पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा’’ की शुरुआत करते हुए कहा कि भारत की आतंरिक एवं बाह्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए देश के रक्षा बलों की जो भूमिका रही है, उसकी जितनी भी सराहना की जाए, वह कम है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने लोकसभा में यह विस्तृत जानकारी दी है कि सोमवार को सेना, सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि इस अभियान में मारे गये आतंकवादियों के पास से मिले हथियारों की फारेंसिक जांच की गयी है।

रक्षा मंत्री ने कहा कि जांच में यह पूरी तरफ स्पष्ट हो गया कि यह वे ही हथियार हैं जिनका इस्तेमाल पहलगाम आतंकवादी हमले में किया गया था। रक्षा मंत्री ने कहा, ‘‘हम जो कहते हैं, वह करते हैं। यही हमारा चरित्र है।’’ जम्मू कश्मीर के पहलगाम इलाके में 22 अप्रैल को आतंकवादियों ने 26 निर्दोष नागरिकों की निर्ममतापूर्वक हत्या कर दी थी। जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के बाहरी इलाके के जंगलों में सेना के शीर्ष पैरा कमांडो ने सोमवार को पहलगाम आतंकवादी हमले के मुख्य षड्यंत्रकर्ता और उसके दो साथियों को मार गिराया था।

आतंकियों के मददगार गिरफ्तार, ऑपरेशन महादेव में तीन आतंकी ढेर

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आतंकियों को पनाह देने वालों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। साथ ही, उन्हें भोजन उपलब्ध कराने वालों को भी हिरासत में लिया गया। श्रीनगर पहुंचे आतंकियों के शवों की शिनाख्त पहलगाम में आतंकी हमला करने वाले तीन आतंकियों के रूप में हुई। हमले में प्रयुक्त कारतूसों की फॉरेंसिक रिपोर्ट पहले से तैयार थी। कल आतंकियों की राइफलें बरामद की गईं और उनकी फॉरेंसिक जांच से यह पुष्टि हुई कि ये वही तीन आतंकी थे, जिन्होंने पहलगाम में हमला किया था।

आतंकियों के पास मिली पाकिस्तान निर्मित चॉकलेट

अमित शाह ने कहा, “पहलगाम हमले में शामिल तीनों आतंकी पाकिस्तानी थे। उनके पास से बरामद चॉकलेट पाकिस्तान में बनी थी। आतंकियों को शरण देने वालों को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।”

ऑपरेशन महादेव में सेना, CRPF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई

अमित शाह ने ऑपरेशन महादेव के बारे में बताया कि इस अभियान में भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मिलकर तीन आतंकियों – सुलेमान उर्फ फैजल, अफगान और जिबरान को मार गिराया। सुलेमान लश्कर-ए-तैयबा का ‘ए’ श्रेणी का कमांडर था, जबकि अफगान और जिबरान भी ‘ए’ श्रेणी के आतंकी थे। ये वही आतंकी थे, जिन्होंने बैसरन घाटी में निर्दोष नागरिकों की हत्या की थी।

ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों की पहचान

गृह मंत्री ने कहा, “कल के ऑपरेशन में सुलेमान, अफगान और जिबरान नामक तीनों आतंकी मारे गए। इनके शव श्रीनगर लाए गए, जहां हिरासत में लिए गए लोगों ने उनकी शिनाख्त की। आतंकियों को भोजन पहुंचाने वालों को पहले ही पकड़ा जा चुका था।”

‘आतंकियों का धर्म देखकर दुखी न हों’ – विपक्ष पर निशाना

अमित शाह ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा, “मुझे उम्मीद थी कि आतंकियों के मारे जाने की खबर से पक्ष और विपक्ष दोनों खुश होंगे, लेकिन विपक्ष के चेहरों पर उदासी छा गई। आतंकियों का धर्म देखकर दुखी होने की जरूरत नहीं है। क्या आतंकियों के खात्मे से खुशी नहीं होनी चाहिए?”

ऑपरेशन सिंदूर पर लोकसभा में अमित शाह का बयान

लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान अमित शाह ने कहा, “पहलगाम में निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या की गई। धर्म पूछकर उनके परिवारों के सामने उन्हें मार डाला गया। यह अत्यंत क्रूरता थी। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं और मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।”

संसद के मॉनसून सत्र में आज, मंगलवार (29 जुलाई) को भी ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस जारी रहेगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोपहर 1 बजे लोकसभा में अपना संबोधन देंगे। इस सत्र के शुरुआती छह दिन हंगामे और विपक्ष के विरोध से भरे रहे। सातवें दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन को संबोधित करेंगे और समापन भाषण देंगे।

कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा, “कांग्रेस में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ या किसी अन्य मुद्दे पर कोई मतभेद नहीं है। हमारा रुख स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री मोदी को नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। पहलगाम आतंकी हमले के पीछे कौन है? सीजफायर किसके दबाव में हुआ? सरकार इस मामले में क्या कदम उठा रही है?”

दूसरी ओर, भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, “कांग्रेस और राहुल गांधी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा को बाधित करने के लिए पूरे एक सप्ताह तक सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी। अगर कांग्रेस को यह मुद्दा गंभीर लगता है, तो राहुल गांधी को चर्चा के दौरान सदन में मौजूद रहना चाहिए था। वे केवल शुरुआत में राजनाथ सिंह और गौरव गोगोई के बोलने के दौरान मौजूद थे, लेकिन बाद में रात 1 बजे तक चली चर्चा में शामिल नहीं हुए। यह साफ है कि उनकी मंशा केवल व्यवधान डालने की है।”

राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित

राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है। विपक्ष ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और SIR को लेकर सरकार पर दबाव बनाया हुआ है।

विपक्ष का संसद के बाहर प्रदर्शन

इंडिया गठबंधन ने SIR के खिलाफ संसद के बाहर फिर से विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “SIR के खिलाफ यह लड़ाई रुकेगी नहीं। हम बीजेपी को लोकतंत्र का गला घोंटने नहीं देंगे।”

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी की नाराजगी

कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर पार्टी की ओर से बोलने का अवसर न मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने एक्स पर लिखा, “जहां प्रीत की रीत है, मैं वहां के गीत गाता हूं। मैं भारत का निवासी हूं और भारत की बात कहता हूं।”

‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर आज फिर होगी चर्चा

संसद के मॉनसून सत्र के सातवें दिन आज फिर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर बहस होगी। यह मुद्दा सत्र में लगातार चर्चा का केंद्र बना हुआ है।

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