चकराता की डीएफओ पीसीसीएफ कार्यालय से संबद्ध, पेड़ों के अवैध कटान के मामले से जोड़कर देखी जा रही कार्रवाई

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खबर रफ़्तार, देहरादून: चकराता वन प्रभाग की डीएफओ (डिविजनल फारेस्ट आफिसर) कल्याणी को प्रशासनिक आधार पर वन विभाग के मुखिया पीसीसीएफ (प्रिंसिपल चीफ कंजर्वेटर आफ फारेस्ट) कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।

शासन ने कार्यालय के संबद्ध होने के दिए आदेश

शासन ने बीते शुक्रवार शाम को इस सिलसिले में आदेश भी जारी कर दिए। इस कार्रवाई को चकराता वन प्रभाग में बड़े पैमाने पर हुए देवदार के पेड़ों के अवैध कटान के मामले से जोड़कर देखा जा रहा है। इसके साथ ही शासन ने भारतीय वन सेवा के छह अन्य अधिकारियों के स्थानांतरण आदेश भी जारी किए हैं।

मयंक शेखर झा को चकराता वन प्रभाग का बनाया गया डीएफओ

अपर यमुना वन प्रभाग व गोविंद पशु विहार के डीएफओ का दायित्व देख रहे मयंक शेखर झा को चकराता वन प्रभाग का डीएफओ बनाया गया है। इसके अलावा राज्य पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन निदेशालय के निदेशक का दायित्व देख रहे अपर प्रमुख वन संरक्षक एसपी सुबुद्धि को वर्तमान पदभार के साथ उत्तराखंड वन विकास निगम के प्रभारी प्रबंध निदेशक का जिम्मा भी सौंपा गया है।

मुख्य वन संरक्षक (वन संरक्षण, वनाग्नि एवं आपदा प्रबंधन) निशांत वर्मा से नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व के निदेशक का जिम्मा वापस लेते हुए उन्हें मानव संसाधन विकास एवं कार्मिक प्रबंधन और वन्यजीव संरक्षण व आसूचना का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।

धर्म सिंह मीणा से वापस लिया गया अपर सचिव वन एवं पर्यावरण का दायित्व

वन संरक्षक धर्म सिंह मीणा से अपर सचिव वन एवं पर्यावरण का दायित्व वापस लिया गया है। वह वन संरक्षक भागीरथी वृत्त के साथ ही निदेशक नंदादेवी बायोस्फीयर रिजर्व का दायित्व भी संभालेंगे। राजाजी टाइगर रिजर्व में उपनिदेशक कहकशां नसीम को राज्य प्रतिनियुक्ति पर शासन में अपर सचिव वन एवं पर्यावरण के पद पर तैनाती दी गई है।

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