
ख़बर रफ़्तार, बरेली: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को शहर की नई लाइफलाइन बनने जा रहे महादेव पुल जनता को सौंपेंगे। बरेली कालेज मैदान में उनके रिमाेट दबाते ही पुल से वाहन फर्राटा भरने लगेंगे। ड्रोन कैमरे के जरिए पुल का लाइव प्रसारण मैदान में लगे एलईडी पर भी किया जाएगा। इसको लेकर मंडल प्रशासन के साथ स्मार्ट सिटी व नगर निगम के अफसर देर रात तक तैयारियों को अंतिम रुप देने में जुटे रहे।
महापौर डा. उमेश गौतम ने कहा कि यह पुल शहर के विकास को नई ऊंचाई देगा। अब लोग कोतवाली से कोहाड़ापीर महज दो से तीन मिनट में पूरा करेंगे। नगर आयुक्त निधि गुप्ता वत्स पुल की तैयारियों का जायजा लेती रहीं।
एक नजर में महादेव पुल
- पुल की स्वीकृति : 18 दिसंबर 2020
- पुल की लागत : 105 करोड़ (जीएसटी समेत 111 करोड़)
- लंबाई: 1306.75 मीटर
- पिलर की संख्या : 46
- लेन : दो
- आर-ई वाल की लंबाई : 168 मीटर
- कार्यदायी संस्था का नाम : मंटेना इंफ्रासोल
- चाैराहों व सड़कों की सफाई में जुटी रही टीम, अतिक्रमण दस्ते को महापौर की फटकार
शहर में चला साफ सफाई का अभियान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले मंगलवार को पूरे शहर की प्रमुख सड़कों पर विशेष सफाई अभियान चलाया गया। पुलिस लाइन से गांधी उद्यान, एयरफोर्स तक अतिक्रमण को भी हटवाने के लिए निगम की टीम दौड़ती रही। इस दौरान आदिनाथ चौक पर अतिक्रमण दस्ता द्वारा महापौर की ओर से मुख्यमंत्री के स्वागत को लेकर लगवाए गए बैनर को हटाने की सूचना पर महापौर नाराज हो गए।
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अतिक्रमण प्रभारी ललतेश सक्सेना को फटकार लगाने के साथ उच्चाधिकारियों से भी आपत्ति जताई। इसके बाद अफसरों के दखल के बाद प्रकरण शांत हुआ। महापौर की अतिक्रमण दस्ते को लगाई फटकार और अफसरों के बीच हुई वार्ता चर्चा की विषय बनी रही। इसके बाद उपसभापति सर्वेश रस्तोगी व अन्य महापौर समर्थक आदिनाथ चौक पर पहुंचे और वहां लग रहे होर्डिंग-बैनर को दुरुस्त कराया।
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