युवक से पैसे मांगना पड़ा महंगा, बदायूं में 20 हजार रुपये रिश्वत लेते चौकी इंचार्ज समेत दो गिरफ्तार

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ख़बर रफ़्तार, बदायूं:  20 हजार रुपये रिश्वत लेते समय दहगवां चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह और उसके लिए वसूली का आरोपित ऋषिपाल सोमवार दोपहर गिरफ्तार कर लिया गया। शिकायतकर्ता प्रेमपाल का आरोप है कि मारपीट-धमकाने की झूठी प्राथमिकी लिखने के बाद चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह ने नाम निकलवाने के नाम पर सौदा किया।

उससे परेशान होकर एंटी करप्शन से शिकायत की, जिसके बाद सोमवार को टीम ने रंगेहाथ पकड़ लिया। देर शाम शहर कोतवाली में एंटी करप्शन टीम के निरीक्षक इश्तियाक वारसी के शिकायती पत्र पर आरोपित देवेंद्र और ऋषिपाल के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्राथमिकी लिखी गई। इसके साथ ही एसएसपी ने देवेंद्र सिंह को निलंबित भी कर दिया।
समसपुर कुबरी गांव में रहने वाले विजेंद्र ने 26 जनवरी को थाना जरीफनगर में प्राथमिकी लिखाई थी। उनका आरोप था कि प्रदीप और प्रेमपाल ने मारपीट की, धमकाया। प्रेमपाल के अनुसार, चौकी इंचार्ज देवेंद्र सिंह जेल भेजने की धमकी देता था। उससे बार-बार कहा कि आरोप झूठा है मगर, वह कुछ सुनने को तैयार नहीं था। बाद में वह कहने लगा कि प्राथमिकी से नाम हटाने और अंतिम रिपोर्ट लगाने के बदले 20 हजार रुपये देने होंगे।

एंटी करप्शन टीम से की शिकायत

इससे परेशान होकर प्रेमपाल ने बरेली पहुंचकर एंटी करप्शन टीम से शिकायत की। सोमवार दोपहर को एंटी करप्शन के प्रभारी निरीक्षक प्रवीण सान्याल और इश्तियाक वारसी के नेतृत्व में टीम योजनाबद्ध तरीके से दहगवां चौकी के आसपास पहुंच गई। अधिकारियों के कहे अनुसार प्रेमपाल ने चौकी इंचार्ज को 20 हजार रुपये दिए। वही रुपये चौकी इंचार्ज ने ऋषिपाल को रखने को दिए।

इतने में एंटी करप्शन की टीम पहुंची और दोनों को पकड़ लिया। शाम को एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने चौकी इंचार्ज को निलंबित करते हुए एसपी सिटी अमित किशोर श्रीवास्तव को विभागीय जांच सौंपी है। एंटी करप्शन सीओ यशपाल सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।

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