ख़बर रफ़्तार, अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है. जिसमें एक दलित युवती के साथ दुष्कर्म के बाद दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी गईं. युवती मानसिक रूप से बीमार थी. परिजनों के मुताबिक उनकी बेटी का शव मिला तो उसके हाथ-पैर टूटे हुए थे. आंखें फोड़ दी गई थीं. शरीर पर ब्लेड से काटने के निशान मिले हैं.
युवती के परिजनों का कहना है कि बिटिया 30 जनवरी की रात भागवत देखने गई थी. रात 11 बजे तक घर नहीं लौटी. इसके बाद पूरे गांव के लोगों ने सुबह तक उसकी खोजबीन की, लेकिन वो नहीं मिली. पुलिस को इसकी जानकारी दी गई. जहां पर खून के निशान और उसके कपड़े मिले, पुलिस ने उस जगह की फोटो-वीडियो बनाई. शनिवार सुबह घर के लोग फिर से उसको खोजने निकले थे. नाले में बेटी का शव मिला. शरीर से सारे कपड़े गायब थे और हाथ-पैर बंधे हुए थे.
परिजनों ने बताया कि बेटी के हाथ-पैर टूटे हुए थे, उसकी आंखें फोड़ दी गई थीं. बेरहमी ये कि ब्लेड से चेहरे और शरीर पर कई जगह जख्म बने थे. उसके प्राइवेट पार्ट में डंडा डाला गया था. बेटी को बड़ी बेरहमी से मारा गया है. तुरंत पुलिस को सूचना दी. कहा कि उनकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है. न ही किसी पर शंका है. सरकार से मदद मांगते हैं. हमको न्याय चाहिए.
वहीं, इस मामले की जानकारी मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और मंत्री तेज नारायण पांडेय ने पीड़ित परिवार को 1 करोड़ मुआवजा देने और दोषियों के ख़िलाफ सख्त कार्रवाई की सरकार से मांग की.
इस पूरे मामले में अयोध्या धाम के क्षेत्राधिकारी आशुतोष तिवारी का कहना है कि परिवार के लोगों ने इस पूरी घटना पर किसी पर भी संदेह नहीं जताया है. इस मामले को बहुत ही गंभीरता से जांच की जा रही है. घटना स्थल से फोरेंसिक टीम साक्ष्य संकलन कर रही है. सर्विलांस टीम को भी लगाया गया है. जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करेंगे.
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