ख़बर रफ़्तार, चमोली: उत्तराखंड में मंदिरों के कपाट बंद होने का सिलसिला लगातार जारी है। चार धामों के बाद अब अन्य मंदिरों के भी कपाट शीतकाल के लिए बंद हो रहे हैं। नंदा देवी राजजात के पड़ाव वांण स्थित नंदा के धर्म भाई भगवान लाटू मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए 27 नवम्बर को विधि-विधान लोकमान्य के तहत बंद किए जाएंगे।
मंदिर समिति द्वारा कपाट बंद होने की तैयारियां शुरू कर दी है। लाटू मंदिर समिति के उपाध्यक्ष पूर्व क्षेपस हीरा सिंह पहाड़ी ने बताया है कि कार्तिक पूर्णिमा शुक्ल पक्ष सोमवार 27 नवंबर को वृष लग्न समय अपराह्न 1 बजकर 20 मिनट पर शुभ मुहूर्त काल में कपाट छः माह के लिए बंद होगा।
विशेष पूजा के साथ बंद होंगे कपाट
मंदिर के पंडित उमेश कुनियाल वेदपाठी मंत्रोच्चार करेंगे व मंदिर के पुजारी खीम सिंह नेगी पूजा अर्चना के बाद मंदिर के गर्भगृह के कपाट बंद करेंगे। इस मौके पर यज्ञ-हवन का आयोजन रखा गया है।
महिलाओं द्वारा किए जाएंगे कार्यक्रम
वहीं महिलाओं द्वारा नंदा देवी के झोड़ा चांचरी आदि कार्यक्रम आयोजित होंगे। इस अवसर पर यहां एक दिवसीय मेला भी लगेगा और क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन भी रखा गया है।
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