
ख़बर रफ़्तार, रुद्रपुर: सरदार भगत सिंह राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव की सरगर्मियां तेज हो गई है। पुराने नेता अपने-अपने उम्मीदवार को मनाने और रणनीति बनाने में जुट गए हैं। छात्र मंडली की बैठकें देर रात तक हो रहीं।
कुमाऊं विश्वविद्यालय ने नवंबर माह के प्रथम सप्ताह तक छात्रसंघ चुनाव निपटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन स्नातकोत्तर कक्षा का परीक्षा परिणाम न आने से अब तक देरी हो रही थी। अब परिणाम आने के बाद सरगर्मियां तेज है।
एबीवीपी का है दबदबा
पिछले पांच वर्ष में यहां एबीवीपी दो बार और एक बार एनएसयूआइ के उम्मीदवार ने छात्रसंघ अध्यक्ष के चुनाव में जीत दर्ज की, जबकि कोविड के समय चुनाव नहीं हुए। ऐसे में पिछली बार भी विद्यार्थी परिषद ने ही परचम लहराया था। इस बार कुछ परिवर्तन हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक विद्यार्थी परिषद ने अपनी तैयारी कर ली और रणनीति भी शुरू की है।
उम्मीदवारों को लेकर बनने लगी रणनीति
बताया जा रहा है कि दोनों ही संगठन एक अनारक्षित अध्यक्ष की दावेदारी ठोकने वाले को अपनी ओर लुभाने में जुटे हैं। एक पक्ष ने अपना विकल्प तैयार कर रखा है तो दूसरे संगठन के सामने इस बार चुनौती है, लेकिन कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा है। सूत्रों से पता चला है कि एक पुराने छात्रनेता भी अध्यक्ष पद के लिए अनारक्षित मैदान में उतरने वाले थे, लेकिन उन्हें बैठा दिया गया।
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