ख़बर रफ़्तार, हल्द्वानीः उत्तराखंड के पंतनगर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां पंतनगर एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल यानी एटीसी में काम करने वाले असिस्टेंट मैनेजर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई. वह भी अपने ही सरकारी कमरे के भीतर. हालांकि इससे भी हैरान करने वाली बात यह थी कि असिस्टेंट मैनेजर का शरीर एक महिला के लिबाज में पंखे से लटका मिला.
घटना सोमवार की है. सुबह असिस्टेंट मैनेजर आशीष चौसाली अपने कमरे में सो रहे थे. उन्होंने रविवार रात अपने भांजे और अपने दोस्त के साथ खाना खाया और सोने चले गए. आशीष के भांजे ने बताया कि मामा ने उन्हें सुबह 7 बजे उठाने को कहा था. सोमवार सुबह आशीष के भांजे ने ठीक 6 बजे मामा का दरवाजा खटखटा दिया, लेकिन आशीष के कमरे से कोई हलचल नहीं हुई. काफी देर तक भी जब आशीष नहीं उठे तो भांजे ने इसकी सूचना पड़ोसी को दी. इसके बाद पड़ोसी के साथ मिलकर आशीष के भांजे ने आशीष के कमरे का दरवाजा तोड़ दिया.
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जैसे ही दरवाजा तोड़ा गया आशीष अपने कमरे के भीतर पंखे से लटके हुए मिले. वह भी एक महिला के भेष में. आशीष ने ऊपर ब्लाउज, नीचे सलवार और नाइटी पहन रखी थी. यही नहीं उन्होंने माथे पर बिंदी और होठों पर लिपिस्टिक भी लगा रखी थी. जैसे ही आशीष के पड़ोसी और उसके भांजे ने कमरे में लटकी आशीष की लाश देखी तो वह हक्के-बक्के रह गए. उन्होंने तुरंत आशीष की बॉडी को पंखे से नीचे उतरा और अस्पताल लेकर गए. जहां डॉक्टरों ने आशीष को मृत घोषित कर दिया. आशीष मूलत पिथौरागढ़ के रहने वाले थे और उनकी पत्नी भी पिथौरागढ़ की केंद्रीय विद्यालय में टीचर हैं.
मृतक आशीष की 3 साल की एक बेटी भी है, लेकिन पंतनगर एयरपोर्ट में आशीष अपने भांजे के साथ रहते थे. आशीष ने इस तरीके से मौत को गले लगाया या इसके पीछे हत्या का कोई एंगल है. यह अपने आप में एक पहेली बना हुआ है. आशीष का शरीर एक महिला के लिबास में मिलना कई सवाल खड़े कर रहा है. पुलिस की शुरुआती जांच में यह पता चला है कि 16 जून को आशीष ने अपने मोबाइल से गला घोटकर आत्महत्या करने की तकनीक के बारे में सर्च किया था.
पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी हुई है कि क्या आशीष किसी मानसिक अवसाद से गुजर रहे थे या फिर इसके पीछे ब्लैकमेलिंग या हत्या जैसा कोई मामला है. पुलिस ऑनलाइन ब्लैकमेलिंग और यौन डिसऑर्डर के एंगल से भी जांच कर रही है. क्योंकि आशीष का व्यवहार सामान्य तौर पर बेहद सहज था. एयरपोर्ट कर्मचारी के साथ भी उसके अच्छे संबंध थे. सीनियर ऑफिशल्स की तरफ से जो भी काम दिया जाता था आशीष उस समय से करता था.
कुछ समय पहले ही आशीष ने हल्द्वानी में मकान भी बनवाया था. आशीष के करीबी बताते हैं कि वह अपने परिवार के साथ बेहद खुश था, लेकिन अचानक से उसने मौत को गले लगाया या इसके पीछे कोई और कहानी है यह सामने आना अभी बाकी है. सवाल उठ रहे हैं कि आखिर आशीष के पास महिला का यह लिबास कहां से आया? क्योंकि आशीष का शरीर महिला के लिबास में तो था ही साथ ही उसने सिर पर भी महिला के बालों वाला बिग पहन रखा था. जिससे साफ है कि आशीष के पास इस तरीके का सामान पहले से था.
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