खबर रफ़्तार, रुद्रपुर : जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुए श्रमिकों के समझौते का इंटरार्क फैक्ट्री प्रबंधन द्वारा उल्लंघन किए जाने पर आज श्रमिक और उनके परिवार की महिलाएं मुखर हो गईं। उन्होंने डीएम कार्यालय पर प्रदर्शन किया और आरोप लगाया कि प्रशासन फैक्ट्री प्रबंधन से मिलकर उनका उत्पीड़न कर रहा है। उन्होंने कहा कि समझौते के तहत लागू की गई शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है।
15 दिसंबर 2022 को एडीएम, एसपी व एएलसी की मध्यस्थता में हुए समझौते को फैक्ट्री प्रबंधन ने दरकिनार कर दिया है। निलंबित और बर्खास्त 64 श्रमिकों की कार्य बहाली के साथ ही 1700 रुपए की वेतन वृद्धि को नहीं माना जा रहा है। मजदूर जिला प्रशासन और श्रम विभाग हर जगह कई बार गुहार लगा चुके हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। आज श्रमिक दिवस पर श्रमिक परिवारों की महिलाओं ने डीएम युगल किशोर पंत के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि समझौता न मानकर फैक्ट्री प्रबंधन उन बड़े अधिकारियों के आदेशों की धज्जियां उड़ा रहा है,जिनकी मध्यस्था में समझौता हुआ था।
श्रमिकों ने कहा कि अगर उनकी सुनवाई नहीं की जाती है तो 7 मई को वह अंबेडकर पार्क से जिलाधिकारी आवास तक विशाल पदयात्रा निकालेंगे और संघर्ष को आगे बढ़ाया जाएगा। ऐलान किया कि उनके इस आंदोलन में आम जनता के लोग भी शामिल होंगे। रुद्रपुर से कंचन वर्मा की रिपोर्ट। आज प्रदर्शन करने वालों में जोशना साहू, शोभा देवी प्रतिभा देवी ललिता देवी संगीता देवी नीलम विमला गीता देवी शीतल पुष्पा उमा देवी समिता राजकुमारी कांति मेरा शर्मा नीलम वर्मा हवा रविंदर कौर आदि शामिल थे।
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