एल्विश यादव के घर पर फायरिंग: दो शार्पशूटर गिरफ्तार

खबर रफ़्तार, नई दिल्ली: पुलिस उपायुक्त कौशिक ने बताया कि 17 अगस्त की सुबह मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाश गुरुग्राम के सेक्टर 56 स्थित एल्विश यादव के घर पहुंचे, जहां उनमें से दो ने कथित तौर पर अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर फरार हो गए।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने हरियाणा के गुरुग्राम में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर के बाहर हाल ही में हुई गोलीबारी में नीरज फरीदपुरिया-हिमांशु भाऊ गिरोह के दो शार्पशूटर को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने आरोपी फरीदाबाद निवासी गौरव सिंह उर्फ निक्का (22) और बिहार के बीसीए छात्र आदित्य तिवारी (19) को रविवार दोपहर एक अभियान के दौरान दोनों को रोहिणी के शाहबाद डेयरी में खेड़ा नहर के पास से गिरफ्तार किया गया।

स्पेशल सेल (विशेष शाखा) पुलिस उपायुक्त अमित कौशिक ने बताया कि एक गुप्त सूचना के आधार पर एसीपी राहुल कुमार सिंह के नेतृत्व में इंस्पेक्टर पूरन पंत, रवि तुषिर और ब्रह्म प्रकाश की टीम ने अभियान चलाया था। उन्हें सूचना मिली थी कि शूटर गिरोह के निर्देश पर दिल्ली में एक और हमले के लिए फिर से इकट्ठा हो रहे हैं। जब आरोपियों को रोका गया तो उनमें से एक ने पुलिस टीम पर गोली चलाने के लिए पिस्तौल निकालने की कोशिश की, लेकिन गोली चलाने से पहले ही दोनों को काबू कर लिया गया। उन्होंने बताया कि आरोपियों के पास से एक पिस्तौल, चार कारतूस और एक मोबाइल फोन बरामद किया गया है।

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि दोनों ही जेल में बंद गैंगस्टर नीरज फरीदपुरिया और उसके सहयोगी हिमांशु भाऊ के आदेश पर काम कर रहे थे। इन्होंने 17 अगस्त को यादव के घर पर हमले के लिए हथियार, धन और रसद की व्यवस्था की थी। पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपियों ने स्वीकार किया है कि गुरुग्राम की घटना के बाद उन्होंने भारत-नेपाल सीमा की ओर भागने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें दिल्ली में एक नए काम के लिए वापस बुला लिया गया।

17 अगस्त की सुबह की सुबह हुई थी फायरिंग

पुलिस उपायुक्त कौशिक ने बताया कि 17 अगस्त की सुबह मोटरसाइकिल पर सवार तीन बदमाश गुरुग्राम के सेक्टर 56 स्थित एल्विश यादव के घर पहुंचे, जहां उनमें से दो ने कथित तौर पर अंधाधुंध गोलीबारी की और फिर फरार हो गए। बाद में ‘भाऊ गैंग’ ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जिम्मेदारी ली। गौरव सिंह पर पिछले साल राजस्थान में एक मूर्ति तोड़ने के संबंध में मामला दर्ज है, जबकि आदित्य तिवारी का कोई पूर्व आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है।

मामला दर्ज किया गया है

पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ स्पेशल सेल के थाने में आम्र्स एक्ट के तहत एक नया मामला दर्ज किया गया है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या इस हमले के पीछे कोई बड़ी साजिश थी। उन्होंने बताया कि मामले की जांच जारी है।

बीसीए कर रहा है
मूलरूप से तैमूर जिला, बिहार निवासी आदित्य तिवारी फरीदाबाद में रह रहा है। वह फरीदाबाद से बीसीए कर रहा था। उसका कोई पूर्व आपराधिक इतिहास नहीं है।

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