खबर रफ़्तार, लखनऊ: लखनऊ चिड़ियाघर में मौजूद सफेद टाइगर “जय” नौ साल का हो चुका है। उसकी दहाड़ दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुकी है।
नवाब वाजिद अली शाह प्राणी उद्यान चिड़ियाघर परिसर में संरक्षित जीव-जंतुओं को देखना दर्शकों के लिए किसी रोमांच से कम नहीं है लेकिन, नौ साल पहले चिड़ियाघर में ही जन्म लेने वाला जय सफेद टाइगर की दहाड़ दर्शकों के लिए एक अलग तरह के आकर्षक का केंद्र रहता है। हालांकि, आमतौर पर शांत रहने वाला जय की आवाज सुनने के लिए दर्शक बेताब रहते हैं।
चिड़ियाघर की निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि साल 2016 में जय का जन्म इसी चिड़ियाघर में हुआ है। आमतौर पर अन्य टाइगरों की अपेक्षा जय को यह परिसर घर की तरह महसूस होता है। केयर टेकर के पास जाने पर उसकी हलचल अपने आप बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि परिसर में जय के साथ ही कुल 11 टाइगर संरक्षित हैं, जिन्हें अलग-अलग बाड़ों में रखा गया है। इनमें प्रत्येक टाइगरों के नाम अलग-अलग हैं। केयरटेकर जब नाम से बुलाता है तो वह करीब आते हैं।
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