
खबर रफ़्तार, आगरा : आगरा के कालिंदी विहार में जिस तरह हादसा हुआ, सड़क पर चलने वालों में दहशत कायम हो गई है। पैर रखते ही सड़क 18 फीट धंस गई। युवक उसमें समा गया। एक घंटे की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला जा सका।
आगरा के कालिंदी विहार में 100 फुटा रोड पर एक जगह गुलाब नगर के गौरव ने सुबह 9 बजे जैसे ही पैर रखा, सड़क करीब 18 फीट धंस गई। वह कमर तक मिट्टी में दब गए। एक घंटे तक चली मशक्कत के बाद गौरव की जान बच सकी। दोस्तों और पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला।
सोमवार की सुबह बारिश के कारण कालिंदी विहार में निर्माणाधीन भूमिगत नाले के पानी ने आरबी डिग्री कॉलेज के पास सड़क का कटान कर दिया। शाहदरा की ओर के रास्ते पर 35 साल पुराना भूमिगत नाला क्षतिग्रस्त है, जिसका पानी अंदर ही अंदर सड़क की मिट्टी को काट रहा है। इस वजह से ये हादसा हुआ। जिसने भी ये दृश्य देखा, उसके रौंगटे खड़े हो गए। कमर तक मिट्टी में धंसा युवक चीखने चिल्लाने लगा, तो लोगों की भीड़ जमा हो गई।
कालिंदी विहार के गणपति हॉस्पिटल में औषधालय सहायक गौरव अपनी शिफ्ट खत्म कर जब सुबह 9 बजे घर लौट रहे थे तो खोखली हो चुकी 100 फुटा रोड का हिस्सा पैर रखते ही धंस गया। गौरव का कमर तक का हिस्सा मलबे में दब गया, इससे वह खुद बाहर नहीं निकल पा रहे थे।
इस पर उनके दोस्त राहुल, दीपक, कपिल और तुषार ने उन्हें निकालने का प्रयास किया, लेकिन नाकाम रहे। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जेसीबी मंगवाकर बचाव अभियान चलाया। एक घंटे की मशक्कत के बाद गौरव को मलबे से सुरक्षित निकाल लिया गया। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
एक तरफ निर्माण, दूसरी तरफ धंसा
कालिंदी विहार रोड पर भूमिगत नाला 1500 मीटर लंबा है। बीते साल एक हिस्सा ढहने पर इसका 90 मीटर लंबाई में निर्माण कराया जा रहा था, तभी उससे आगे का हिस्सा ढह गया। अब करीब 40 मीटर का हिस्सा बनाना होगा। पार्षद यशपाल सिंह ने बताया कि टेढ़ी बगिया से शाहदरा तक यह नाला दोबारा ही बनेगा। कभी दुकानें तो कभी कारें, कभी लोग इसमें समा रहे हैं।
मरम्मत जल्द शुरू होगी
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने बताया कि कालिंदी विहार में पहले ढह गए हिस्से में निर्माण कार्य कराया जा रहा था। सोमवार को जो नाला धंसा, वह आगे वाले हिस्से का है। इसकी मरम्मत का काम भी जल्द शुरू कराया जाएगा।
दोस्ती के लिए दे सकते हैं जान
जैसे ही सड़क धंसी और गौरव मलबे में दबा, उसके दोस्त तत्काल बचाने के लिए कूद गए। वह एक घंटे तक गौरव को बचाने की मशक्कत में जुटे रहे। बाहर सकुशल निकलने पर साथी तुषार, कपिल और राहुल ने कहा कि जब तक गौरव मलबे से निकल नहीं गया, तब तक सांसें अटकी रहीं। दोस्ती के लिए तो वह अपनी जान भी दे सकते हैं।
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