एक क्लिक से जगमगाएगा शहर, स्ट्रीट लाइटों के लिए बनेगा ऑटोमेटिक सिस्टम

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खबर रफ़्तार, हल्द्वानी: अब हल्द्वानी शहर एक क्लिक से जगमगाएगा। नगर निगम के नए हाईटेक कंट्रोल सिस्टम की मदद से शहर की कुल 32 हजार स्ट्रीट लाइटें ऑटोमेटिक तरीके से जलेंगी। इन दिनों निगम शहर में स्ट्रीट लाइटों के लिए ऑटोमेटिक सिस्टम बना रहा है। इसके तहत स्ट्रीट लाइटों में एक डिवाइस लगाई जा रही है, जो आसपास की कई स्ट्रीट लाइटों का डाटा कंट्रोल रूम को साझा करेगा। इस सिस्टम की मदद से सभी स्ट्रीट लाइटें एक ही समय पर एक साथ जलेंगी। सबसे विशेष बात यह है कि शहर के किसी भी कोने में स्ट्रीट लाइट खराब होने पर नगर निगम को तत्काल लोकेशन के साथ सूचना मिल जाएगी। जिस पर निगम की टीम मौके पर पहुंचकर खराब लाइटों को ठीक करेगी।

नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक बकायदा इसके लिए ट्रायल शुरू कर दिया है। शुरुआत में नगर निगम के आसपास की स्ट्रीट लाइटों में यह डिवाइस लगाई गई है। निगम कार्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम से सभी डिवाइस कनेक्ट रहेंगी। जिसमें कंट्रोल रूम से स्ट्रीट लाइटों को जलाने के लिए एक समय सेट किया जाएगा। लाइटें शाम 7 बजे ऑटोमेटिक जल जाएंगी और अगली सुबह 5:30 बजे ऑटोमेटिक तरीके से बुझ जाएंगी। 15 दिन के लिए ट्रायल किया जा रहा है। नगर आयुक्त ऋचा सिंह ने बताया कि दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़ और बंगलुरू जैसे महानगरों की तर्ज पर स्ट्रीट लाइट हाईटेक कंट्रोल सिस्टम शुरू किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ट्रायल के सफल होने के बाद सभी लाइटों में डिवाइस लगाई जाएगी। एक डिवाइस के पास करीब 15 स्ट्रीट लाइटों का कंट्रोल रहेगा। जिसकी क्षमता 400 वॉट की होगी। उन्होंने बताया कि ट्रायल सफल होने के बाद नगर निगम में स्थायी तौर पर कंट्रोल सिस्टम बनाया जाएगा।

स्ट्रीट लाइट से छेड़खानी और तकनीकी खराबी पर हो सकेगी त्वरित कार्रवाई
शहर में स्ट्रीट लाइटों के साथ छेड़खानी और आए दिन तकनीकी खराबी के कारण बंद होने की शिकायतें मिलती हैं। जिस वजह से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ता है। शिकायत नहीं मिलने की स्थिति में खराब लाइटों की पहचान करने में ही समय लग जाता है। अब हाईटेक कंट्रोल सिस्टम की मदद से इन सभी समस्याओं का आसानी से निस्तारण हो जाएगा। नगर निगम के स्ट्रीट लाइटों की देखरेख कर रहे मार्ग प्रकाश निरीक्षक डीएफ परमार ने बताया कि सभी स्ट्रीट लाइटों के लिए डिवाइस लगाए जाने पर स्ट्रीट लाइटों की मेंटेनेंस करना आसान होगा। साथ ही खराब स्ट्रीट लाइटों को तत्काल ठीक किया जा सकेगा।

6 से 7 कर्मचारी बारी-बारी से करते हैं लाइटें ऑन-ऑफ
अभी तक शहर की स्ट्रीट लाइटों को मैनुअली ऑन-ऑफ किया जाता है। नगर निगम की ओर से 6 से 7 कर्मचारी केवल इन लाइटों को जलाने और बंद करने के लिए लगाए गए हैं। सभी कर्मचारियों को एरिया बांटे गए हैं और सुबह-शाम कर्मचारी अपने एरिया के अनुसार लाइटों को ऑन-ऑफ करते हैं। मैनुअली होने के कारण सभी लाइटें अलग-अलग समय पर जलती हैं और इसमें काफी समय भी लग जाता है। ऑटोमैटिक सिस्टम शुरू होने के बाद इस झंझट से भी मुक्ति मिलेगी।

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